भिवानी: उड़ीसा में करोड़ों रुपये के चर्चित घोटाले के आरोपियों को वहां की पुलिस ने सीआईए पुलिस भिवानी की मद्द से गिरफ्तार कर लिया है। उड़ीसा पुलिस आरोपियों को 48 घंटे के ट्रांजिस्टर रिमांड पर लेकर अपने साथ ले गई। बताया जाता है कि उड़ीसा के जिला नवापाड़ा निवासी बंटी अग्रवाल, बंटी की पत्नी सबीता अग्रवाल तथा बंटी के पिता राजेन्द्र अग्रवाल ने पीडब्ल्यूडी विभाग से लाईसेंस बनवाया हुआ था। उन्होंने करोड़ों रुपये से निर्मित सड़कों के ठेके लिए, लेकिन काम पूरा करने की बजाय बीच में छोड़ दिया। आरोप है कि इन्होंने ठेके की सिक्योरिटी के दस्तावेज भी फर्जी तैयार कर लिए।
इस प्रकार इस परिवार ने पीडब्ल्यूडी विभाग उड़ीसा को करीब 100 करोड़ रुपये का चूना लगाया और वहां से फरार हो गए। इस मामले में अन्य ठेकेदारों की तरफ से वहां इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई। ये भ्रष्टाचार का आरोप उड़ीसा का बहुचर्चित होते देख और सरकार व पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए ये अग्रवाल परिवार भिवानी सैक्टर-13 में रहने लगा। उड़ीसा पुलिस को इस बहुचर्चित भ्रष्टाचार मामले में इस परिवार की काफी दिनों से तलाश थी। तलाश के दौरान पता चला कि आरोपी परिवार हरियाणा के भिवानी शहर में रह रहा है। सूचना के आधार पर उड़ीसा पुलिस भिवानी पहुंची। भिवानी पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भौरिया ने बताया कि उड़ीसा पुलिस ने उनसे संपर्क किया और साथ मिलकर सैक्टर-13 में छापेमारी कर इस अग्रवाल परिवार के तीनों सदस्यों को गिरफ्तार कर उड़ीसा पुलिस के हवाले किया।
इसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट हर्ष कुमार की अदालत में पेश कर आरोपी परिवार को 48 घंटे के ट्रांजिस्ट रिमांड पर लिया गया। सीआईए इंचार्ज रविन्द्र कुमार ने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद उड़ीसा पुलिस के हवाले कर दिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी अग्रवाल परिवार के खिलाफ धोखाधड़ी व गबन के करीब 19 मामले दर्ज हैं।
– कृष्णसिंह