भिवानी: भिवानी में 7 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के एक कार्यक्रम में महिला खिलाड़ी प्रिंयका को उस समय पुलिस के धक्के सहन करने पड़े जब वो नौकरी की मांग को लेकर सीएम से मिलना चाहती थी। महिला खिलाड़ी की मुख्यमंत्री से मुलाकात तो दूर पुलिस ने उसे धक्के देकर भगा दिया। रोती बिल्खती खिलाङी को देख वहां मौजूद कुछ लोगों ने पुलिस व सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी थी ।आज विरोध स्वरूप दलित समाज के लोगों ने महिला खिलाडी के सम्मान में शहर में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे धानक समाज के नेता धर्मबीर डाबला ने कहा कि वो सरकार को 10 दिन का समय देते है उसके बाद प्रतिनिधियों को बायॅकाट करेगें और स्थानीय विधायकों को उनके क्षेत्र में नहीं घुसने देगें।
प्रदर्शन करते हुए उन्होंने हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। वहीं मौके पर पहुचंी भिवानी महेन्द्रगढ़ संसदीय क्षेत्र की पूर्व संासद श्रुति चौधरी ने उनकी बात को सुना और आश्वासन दिया कि उनकी मांग को विधायक किरण चौधरी के माध्यम से विधानसभा में उठाया जाएगा। उन्होनें कहा कि एक तरफ तो भाजपा सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है वहीं दूसरी तरफ बेटियों की बात को भी नहीं सुना जाता। बावङी गेट निवासी प्रिंयका कराटे की खिलाङी है। नौकरी की मांग को लेकर सीएम से मुलाकात की बजाय पुलिस से बेज्जत हुई थी। प्रिंयका पांच बार अंतराष्ट्रीय स्तर पर कराटे में गोल्ड मैडल जीत चुकी हैं।
वो बेहद गरीब परिवार से है। घर की आर्थिक जिम्मेवारी भी उसके सिर है। ऐसे में वह सरकार से नौकरी की गुहार लगा रही थी । लेकिन पुलिस ने उसकी सीएम से मुलाकात नहीं होने दी।बल्कि से धक्का देकर अपमानित किया। यह मामला विपक्ष के नेताओं ने भी उठाया था पर इस खिलाडी के परिवार की किसी ने नहीं सुनी आज,महिला खिलाडी के परिवार के साथ दलित समाज ने प्रदर्शन कर सरकार से खिलाडी के सम्मान की आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि दलितों पर अन्याय सहन नहीं होगा।
(कृष्णसिंह)