सिविल अस्पताल में बच्चों की मौत मामले में एसडीएम ने की जांच - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

सिविल अस्पताल में बच्चों की मौत मामले में एसडीएम ने की जांच

एसडीएम विवेक चौधरी ने बताया कि सिविल अस्पताल के पुराने भवन में बिजली का लोड अधिक है और वायरिंग बहुत पुरानी होने के कारण कमजोर हो चली है।

पानीपत : पानीपत के सिविल अस्पताल के सीक न्यू बॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) वार्ड में बिजली आपूर्ति कम-ज्यादा होने से एसी सही तरह से नहीं चलने से वार्ड में हुई गर्मी की वजह से एक नवजात बच्चे की हुई मौत मामले में मंगलवार को एसडीएम विवेक चौधरी ने जांच शुरू कर दी है। एसडीएम चौधरी ने मंगलवार की दोपहर को एसएनसीयू वार्ड का दौरा किया और सीएमओ डा. संतलाल वर्मा, डिप्टी सीएमओ डा. नवीन सुनेजा और एसएनसीयू वार्ड के इंचार्ज डा. दिनेश दहिया व अन्य स्टाफ से पूरे मामले की जानकारी ली। एसडीएम विवेक चौधरी ने पानीपत स्वास्थ्य विभाग से भी बिजली आपूर्ति में फाल्ट होने से एससी नहीं चलने व भीषण गर्मी में एक नवजात बच्चे की मौत के मामले की रिपोर्ट तलब की है।

वहीं एसडीएम चौधरी ने उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम की पानीपत सिटी डिवीजन के एक्सईएन से सिविल अस्पताल में बिजली आपूर्ति को लेकर रिपोर्ट मांगी है। वहीं, मंगलवार को सीएमओ डा. संतलाल वर्मा ने एसएनसीयू वार्ड में दो नए एसी लगवाए। इलेक्ट्रिीशियन को बुलाकर वार्ड में बिजली की आपूर्ति को दुरस्त करवाया। वहीं बच्चे की मौत की सूचना पर भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष डा. अर्चना गुप्ता व बिजली निगम के एक्सईएन ने भी एसएनसीयू वार्ड का जायजा लिया और बच्चे की मौत के कारण जाने। एसएनसीयू वार्ड में फिलहाल 18 नवजातों का इलाज चल रहा है। 24 घंटे से वार्ड में दो डाक्टर तैनात कर दिए गए हैं।

एसडीएम विवेक चौधरी ने बताया कि सिविल अस्पताल के पुराने भवन में बिजली का लोड अधिक है और वायरिंग बहुत पुरानी होने के कारण कमजोर हो चली है। उन्होंने बताया कि बिजली आपूर्ति में खराबी आने के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित हो रही हैं। ज्ञात हो कि 13 जून को पानीपत के एसएनसीयू वार्ड को हरियाणा में बेस्ट वार्ड का अवार्ड मिला था। इसको प्रदेश में सबसे कम संक्रमित व नवजातों के बेहतर इलाज के लिए सराहना मिली थी। लेकिन इसी वार्ड में अस्पताल की लापरवाही के कारण एक नवजात बच्चे की मौत हो गई। अभी दो डाक्टरों व 4 स्टाफ नर्सों की टीम लगातार वार्ड में दाखिल सभी 18 नवजातों की जांच कर रही है। इस हादसे के बाद मंगलवार को सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने भी एसएनसीयू वार्ड का जायजा लिया और डाक्टरों को नवजातों की देखभाल के कड़े निर्देश दिए हैं।

गौरतलब है कि सोमवार की देर रात एसएनसीयू वार्ड में बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण वार्ड में लगे एसी चलने बंद हो गए और गर्मी के कारण वार्ड में उपचाराधीन पांच नवजात बच्चों पीजीआई खानपुर रेफर किया गया था। जिनमें रोशनी पत्नी राजीव के दो जुड़वा बच्चे, किरण पत्नी भूपेंद्र का बच्चा, प्रिति पत्नी धर्मेंद्र का बच्चा और रिंकी पत्नी धर्मेंद्र का बच्चा शामिल हैं। इनमें से बीति रात को रेफर किए गए रिंकी के नवजात बच्चे की मौत हुई हैं। बाकि के तीन बच्चे खानपुर व एक बच्चे को उसके परिजनों ने पानीपत के एक नीजि अस्पताल में भर्ती करवाया हैं।

अन्य विशेष खबरों के लिए पढ़िये पंजाब केसरी की अन्य रिपोर्ट।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

thirteen + 9 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।