गुरुग्राम : केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यहां देशभर में विद्यार्थी पुलिस कैडेट(एसपीसी) कार्यक्रम की शुरूआत की जिसे सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में लागू किया जाएगा। श्री सिंह ने इस मौके पर अपने सम्बोधन में कहा कि कार्यक्रम के तहत प्रत्येक स्कूल को 50 हजार रूपये की राशि शैक्षणिक सहायता, प्रशिक्षण और आकस्मिक खर्च के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। इस साल यह कार्यक्रम देश के सभी राज्यों और केंद्र, शासित प्रदेशों में पॉयलट आधार पर चलाया जाएगा। इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी उपस्थित थे।
उन्होंने विद्यार्थियों में नैतिक मूल्य विकसित कर उन्हें अनुशासित बनाने पर जोर दिया ताकि वे आगे चलकर नए भारत के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि शुरूआत चरण के बाद इस कार्यक्रम को देश के सभी स्कूलों में शुरू किए जाने की योजना है। कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए 67 करोड़ रूपये की राशि राज्यों को जारी की गई है। एसपीसी कार्यक्रम के माध्यम से समाज के हर व्यक्ति द्वारा कानून का स्वेच्छा से पालन करने पर बल देने के अलावा इसे अपराध की रोकथाम सहित नैतिक मूल्यों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कार्यक्रम का उदेश्य विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों का समावेश कर उन्हें जिम्मेदार, अनुशासित, संस्कारिक और चरित्रवान नागरिक बनाना है। इससे स्कूलों में विद्यार्थियों और पुलिस के बीच सामंजस्य की शुरूआत होगी ताकि समाज में शांति और जनसुरक्षा के लिए नागरिकों का सहयोग लिया जा सके। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम से युवाओं में सामाजिक प्रतिबद्धता की भावना उत्पन्न होगी और वे अनुशासित होकर असहिष्णुता, नशा, अपराध और अन्य सामाजिक बुराइयों से दूर रहेंगे।
उन्होंने उपस्थित कैडेट्स का सभी पूरी लग्न के साथ इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने और एक नया समृद्ध और मजबूत राष्ट्र बनाने में अपनी अहम् भूमिका निभाने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पुलिस-जनता के बीच सौहार्दपूर्ण सम्बंध की मजबूत नींव स्थापित करेगा। इससे पुलिस विभाग को भी यह जानने में मदद मिलेगी कि युवाओं की पुलिस से क्या अपेक्षाएं हैं। श्री सिंह ने टीवी, इंटरनेट और सोशल मीडिया के पड़ते दुष्प्रभाव का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे पूरे समाज पर असर पड़ रहा है जो चिंता का विषय है। ऐसे में घर से ही बच्चों में चरित्र निर्माण तथा उन्हें किताबी ज्ञान के साथ उन्हें आदर्श नागरिक बनाने की दिशा में काम करने की जरूरत है जिससे वे समाज के प्रति संवेदनशील होंगे।
इन्हीं उदेश्यों के मद्देनत्रर एसपीसी कार्यक्रम की राष्ट्रीय स्तर पर शुरूआत की गई है। श्री खट्टर ने इस मौके पर कहा कि कार्यक्रम में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने वाले कैडेट्स को हरियाणा पुलिस में भर्ती में वरीयता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही लगभग छह हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने एसपीसी कार्यक्रम को समाज निर्माण की दिशा में मील का पत्थर बताया और कहा कि इससे विद्यार्थियों में अनुशासन और समाज के प्रति संवेदनशीलता का भाव पैदा होगा जिससे उनमें समाज की समस्याओं को समझने और इन्हें दूर करने का भाव जागेगा तथा इससे समाज को नई दिशा मिलेगी।
(सतबीर, अरोड़ा)