चंडीगढ़: फिल्म पद्मावती पर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आए सूरजपाल अम्मू ने हरियाणा बीजेपी मीडिया संपर्क प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया है। हरियाणा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला को भेजे इस्तीफे में उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहरलाल पर और ज्यादा आक्रामक हमला बोला है। अम्मु ने अपने इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा कि सुबह सपना आया था और कुछ लोग शहादत मांग रहे थे। अपने अगले कदम पर उन्होंने कहा कि इसका खुलासा 9 तारीख को पंचकूला रैली में करेंगे। यह रैली फिल्म पर प्रतिबंध की मांग पर दबाव बनाने के लिए रखी गई है। अम्मु का इस्तीफा हाल में नई दिल्ली में राजपूत करणी सेना के प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री मनोहरलाल से मुकालात कर ज्ञापन न सौंप पाने से उठे विवाद के ठीक अगले दिन आया है।
करणी सेना का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने टाइम देकर भी मुलाकात न कर समाज का अपमान किया है। अम्मु भी इसे राजपूत समाज के साथ घोर अपमान बता रहे हैं। दरअसल, अम्मु ने पिछले दिनों नई दिल्ली में अखिल भारतीय क्षत्रीय राजपूत महासभा के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फिल्म को रोकने की मांग की थी और मेरठ के कुछ युवाओं द्वारा फिल्म के निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली और हीरोइन दीपिका पादुकोण का सिर काटने के लिए पांच करोड़ रुपये का इनाम घोषित किए जाने का समर्थन किया था। उन्होंने ऐसे लोगों को 10 करोड़ और देने की घोषणा की थी। अम्मु के मुताबिक फिल्म ‘पद्मावती’ भारतीय संस्कृति और नारी शक्ति का अपमान है और इसे किसी हालत में सहन नहीं किया जाएगा। राजपूतों राजाओं और वीरांगना की कुर्बानियों का इस फिल्म में अपामन किया गया है।
क्या लिखा इस्तीफे में
अम्मु ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला को भेजे इस्तीफे में कहा कि वे राजपूत समाज के साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्दारा किए गए व्यवहार से व्यथित हैं। उन्होंने कहा कि सगंठन ने जो भी जिम्मेदारी उन्हें सौंपी, उसे पूरी लगन से किया लेकिन, महसूस हो रहा है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को अब समर्पित व निष्ठावान कार्यकर्ताओं की व पदाधिकारियों की जरूरत नही रही है। मुख्यमंत्री के इर्दगिर्द कुछ अवांछित लोगों का एक समूह है जो उन्हें बीजेपी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं से पिछले तीन सालों से दूर कर रहा है।
इस लिए इस पत्र को ही इस्तीफा समझा जाए। अम्मु ने यह भी कहा कि वे बीजेपी के साधारण कार्यकर्ता के रूप मे काम करते रहेंगे। यहां बता दें कि सूरजपाल अम्मु फिल्म पद्मावति को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच अपने एक विवादित बयान से बड़ी मुश्किलों में फंस गए थे। पार्टी ने उनके बयान से न केवल पल्ला झाड़ लिया है बल्कि कारण बताओ नोटिस भी थमा दिया था। यही नहीं एक शिकायत पर उनके खिलाफ गुरुग्राम पुलिस ने पर्चा भी दर्ज कर लिया था।
(आहूजा)