असंध: स्थानीय अदालत परिसर के बाहर गांव उपलाना के एक व्यक्ति राजेन्द्र की चाकुओं से हत्या किए जाने का मामला सामने आया । अदालत के बाहर जब आरोपी ने गंाव उपलाना के राजेन्द्र पर चाकू मार कर जान लेवा हमला किया। आरोपी भागने में कामयाब हो गया । दोनोंं अदालतों में पेशी भुगतने आए लोगों व वकीलो में एक बारगी तो अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया । राजेन्द्र की चाकुओं से की गई हत्या के मामले को अति गंभीरता से लेते हुए असंध के दोनों न्यायधीशों द्वारा मामले की सूचना सैशन जज माननीय ललित बतरा व पुलिस अधीक्षक जे एस रंधावा के साथ असंध अदालत के बाहर घटना स्थल का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक और न्यायधीशों ने घटना की विस्तृत रूप से समीक्षा करते हुए न्यायधीशो के बाहर लगे कमरो की फुटेज का निरीक्षण किया।
मुख्य पहलु यह रहा कि पुलिस सुरक्षा कर्मचारियों की कमी के चलते रवि ने हत्या की घटना को अन्जाम दिया और वह अपने मिशन मे सफल हो गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उन्होने घटना स्थल अदालत के बाहर ,का बारिकी से अध्ययन किया है और अदालत मे ऐसी घटना दोबारा न हो,पुलिस सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। इसी मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों को मृतक राजेन्द्र 48 पुत्र नन्ना राम निवासी उपलाना के रिश्तेदार ओमप्रकाश निवासी बटियाना, जिला हापुड़, यूपी ने बताया कि उसके जीजा राजेन्द्र को उसर्के निकटवर्ती रिश्तेदार रवि निवासी सालवन ने अदालत परिसर के बाहर चाकुओं से मारा है । उन्होंने बताया कि वह आज अदालत में, एक मामले को लेकर पेसी भुगतने आया था और राजेन्द्र उसके साथ पैदल आ रहा था कि उसके साथ आने का जब आरोपी ने एतराज किया तो इसी मामूली बात को लेकर दोनों में कहासूनी हुई और उसके सामने ही राजेन्द्र को चाकूू मार कर बुरी तरह लहू लूहान कर दिया।
अदालत मे कार्यरत सरकारी वकील द्वाराअपनी गाड़ी में मानवता का परिचय देते हुए लहूलूहान हुए राजेन्द्र को अस्पताल पहुंचाया गया। कोई भी प्रत्यक्ष दर्शी या वकील घायल राजेन्द्र के पास फटकना नहीं चाह रहा था। अस्पताल मे मृतक के परिजन भी पहुंच गए थे और आरोपियों के खिलाफ कारवाई की मांग कर रहे थे। इसी मामले मे पीडित लोगों मे उस समय एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ रोष फैल गया जब अधिकारी ने यह कह दिया कि हत्या करने वाला रवि पेड के तले पडा होगा,तुम खुद देख लो पुलिस क्या करेगी, परिजनों ने पुलिस अधिकारी के रोष स्वरूप और रवि की गिरफतारी की मांग को लेकर रत्तक रोड पर जाम लगा दिया। डीएसपी दलबीर सिंह ने भी पीडित लोगों को शांत करने का प्रयास करते हुए पुलिस अधिकारी से गलत भाषा बोलने बारे पूछा। पीडि़त लोग फिर संतुष्ठ नहीं हुए।
– हिमांशु छाबड़ा