जींद : शहर के सफीदों गेट चौक पर सरेराह भाजपा नेता और उसके साथियों की धुनाई करने वाले तीन पुलिस कर्मियों को एसएसपी डॉ. अरूण सिंह ने लाईन हाजिर कर दिया है। इसके अलावा इन तीनों पुलिस कर्मियों के खिलाफ मारपीट करने के मामले की विभागीय जांच डीएसपी रामभज को सौंपी है। इस जांच में दूध का दूध और पानी का पानी करने का जिम्मा अब डीएसपी रामभज पर आ पड़ा है। ऐसे में गल्फत भाजपा नेता की ओर से हुई या फिर पुलिस कर्मियों ने ही वर्दी की धोंस में धुनाई कर डाली, इसकी पिक्चर जांच के बाद ही साफ होगी। एसएसपी की गाज से लाईन हाजिर हुए इएसआई नफे सिंह, एचसी राधे व इएचसी विनोद कुमार जांच के पैमाने में कितना खरा उतरते है, इस पर फिलहाल भाजपा ही नहीं, आम लोगों की भी नजर टिक गई है।
डीएसपी रामभज ने बताया कि बीजेपी नेता की शिकायत उन्हें एसएसपी के मार्फत मिली है और वह मामले की जांच कर रहे हैं। इसलिए जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार ही आगामी कार्रवाही की जाएगी। दरअसल, पिछले दिनों सफीदों गेट पर देर शाम जब भाजपा ग्रामीण मंडल युवा प्रधान जयदेव अहिरका अपने चार साथियों के साथ एक ही मोटरसाईकिल से घर की ओर जा रहे थे तो पुलिस कर्मियों ने उनको रोक लिया था। इस दौरान भाजपा नेता और पुलिस कर्मियों के बीच गहमागहमी हो गई थी। इसमें भाजपा नेता को चोटें पहुंची थी। भाजपा नेता और उसके साथियों की सरेराह पिटाई के मामले में पार्टी के दूसरे नेताओं ने एसएसपी के दरबार पहुंचकर कुछ पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
इसके अलावा भाजपा नेताओं ने मार-पिटाई करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई न होने की सूरत में मुख्यमंत्री से मिलने की घुरकी देने के साथ-साथ प्रदर्शन करने तक की चेतावनी दी थी। पुलिस कर्मियों की चोट खाएं भाजपा युवा नेता और पार्टी के अन्य नेताओं द्वारा की गई मोर्चाबंदी के बाद यह मामला ऊपर पहुंच गया था। सोमवार को भाजपा ग्रामीण मंडल के युवा अध्यक्ष जयदेव अहिरका और उनसे जुड़े कार्यकत्र्ता उपेंद्र, दीपक, बलराज, विजय ने एसएसपी डॉ. अरूण नेहरा के दरबार पहुंचकर कुछ पुलिस कर्मियों द्वारा ढहाए गए जुल्म की दर्द भरी दास्तां बयां की थी। पीडि़त भाजपाइयों को न्याय दिलाने के लिए एबीवीपी नेता सुशील शास्त्री, जींद शहरी मंडल अध्यक्ष जसबीर सैनी, युवा प्रदेश सचिव बलकार डाहौला, युवा जिला प्रधान नरेंद्र पहल, एससी मोर्चा के जिला अध्यक्ष बलवंत सिंह, किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष एडवोकेट तिजेंद्र ढुल, युवा महामंत्री कृष्ण रोहिल्ला, एससी मोर्चा अध्यक्ष रमेश कुमार, जिला सचिव नरेश किनाना, जसमेर रजाना, जिला सचिव दिनेश व्यास, जिला उपाध्यक्ष जगदीप दुग्गल सहित अनेकों खास नेताओं ने कहा कि जिन तीन पुलिस कर्मियों ने अपनी वर्दी की धोंस में गलत कार्य किया है, उन पर कार्रवाई कराई जाएगी।
पुलिस अधिकारियों को दी शिकायत में पीडि़त भाजपा ग्रामीण मंडल के युवा प्रधान जयदेव अहिरका ने कहा है कि बीती 20 अप्रैल को बलराज, उपेंद्र (दिव्यांग) व दीपक किसी काम से अपनी बहन के घर पर गए हुए थे। इस दौरान जब हम गोहाना से वापिस आ रहे थे, तो गांव पिंडारा के नजदीक उनकी गाड़ी खराब हो गई। इसकी सूचना उन्होंने घर पर दी। रात लगभग 8:30 पर गाड़ी को ठीक करने के लिए मैकनिक पहुंचा। इसी दौरान जयदेव और विजय मौके पर हमें लेने के लिए पहुंच गए। मैकनिक से गाड़ी ठीक नहीं हुई तो उसे वहीं खड़ी करके घर की ओर चल पड़े।
कोई दूसरा साधन न मिलने के कारण मजबूरीवश वे पांचों एक ही मोटरसाईकिल पर सवार होकर जब घर की ओर आ रहे थे, तो सफीदों गेट के नजदीक फायर ब्रिगेड के सामने एक पुलिस की गाड़ी टाटा सूमो ने उनको रूकवाया। टाटा सूमों में से एक वर्दीधारी समेत तीन पुलिस कर्मी सिविल ड्रैस में उतरे और उनसे बिना बात किये ही मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान उपेंद्र जो कि दिव्यांग है, उसको भी पुलिस कर्मियों ने जमकर पीटा। पुलिस कर्मियों की सरेआम गुंडागर्दी से वे हैरान है, ऐसे में इन तीनों पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं।
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– संजय शर्मा