गुरुग्राम : साइबर सिटी के गुरुग्राम जिले में 100 जगहों पर पढ़ी जाती है खुली नमाज। बल्कि साइबर सिटी में मात्र 20 जगह ऐसी हैं जहां पर हिंदू संगठनों और नमाज पढ़ने वाले मुस्लिम समाज में टकराव की स्थिति बन रही है। मुस्लिम समाज के नेता एक ही बात कहते हैं कि जनसंख्या के आधार पर हमारी मजिस्दें कम हैं और वहां पर आम गरीब आदमी नहीं पहुंच सकता है इसलिए खुले में नमाज पढ़ना मजबूरी है। वहीं हिंदू संगठन इस बात को लेकर अड़ गए हैं कि अब खुले में नमाज नहीं पढऩे देंगे, चाहे इसके लिए कुछ भी क्यों न करना पड़े। हालांकि राज्य के मुखिया मनोहर लाल खट्टर ने आदेश जारी कर दिया है कि खुले में नमाज न पढ़ी जाए।
इससे मुस्लिम समुदाय के लोगों में अब बैठकों का दौर जारी है। मुस्लिम समाज के नेता शहजाद खान का कहना है कि नमाज ऐसे ही पढ़ी जाएगी क्योंकि सरकार का फर्ज बनता है कि उन्हें जमीन दी जाए और मजिस्दों का निर्माण कराया जाए। वहीं हिंदू संगठनों की बैठकों का दौर शुरू हो गया है। इसमें हिंदू संगठन बजरंग, आरएसएस, शिव सेना कार्यकर्ताओं ने एलान कर दिया है कि शहर में किसी भी खुले स्थान पर नमाज अता नहीं करने दी जाएगी। संगठन के नेता राजीव मित्तल ने कहा कि वजीराबाद में हुए प्रकरण के बाद अब संगठन अलर्ट हो गया है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में हम डीसी को भी ज्ञापन दे चुके हैं और अब प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी घोषणा कर दी है कि मुस्लिम समाज के लोग खुले में नमाज न पढ़े इससे समाज में टकराव की स्थिति उत्पन्न होती है। अब समझा जा रहा है कि हिंदू व मुस्लिम समाज में टकराव न बढ़े इसके लिए वक्फ बोर्ड भी अलर्ट हो गया है और मस्जिद के लिए जमीन तलाशने में जुट गया है। अगर मामला ऐसे बढ़ता रहा तो साइबर सिटी में भी दो समुदायों के बीच झगड़ा बढ़ सकता है। हालांकि इस मामले में पुलिस भी सूझबूझ से काम ले रही है। वजीराबाद प्रकरण में पकड़े आधा दर्जन आरोपी अब जमानत पर रिहा हैं।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ।
– सतबीर भारद्वाज