चंडीगढ : हरियाणा में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज और महिला आईपीएस संगीता कालिया के बीच नवम्बर 2015 से ही ठनी हुई है। संगीता कालिया ने फतेहाबाद के पुलिस अधीक्षक पद पर रहते हुए स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में जिला कष्ट निवारण कमेटी की बैठक में आम लोगों की ओर से आई अवैध शराब की बिक्री की शिकायतों को सिरे से खारिज कर दिया था और इस पर बैठक से बाहर जाने के मंत्री के आदेश को भी मानने से इनकार कर दिया था। इसके जवाब में मंत्री स्वयं ही बैठक छोड़कर चले गए थे। इत्तफाक से संगीता कालिया अब पानीपत की पुलिस अधीक्षक हैं और स्वास्थ्य मंत्री को इसी जिले की कष्ट निवारण कमेटी की बैठक लेने और जनता की समस्याओं को सुनकर उनका निवारण कराने का जिम्मा सौंपा गया है।
अब संगीता कालिया पिछले अप्रेल माह से ही स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में होने वाली कमेटी की बैठकों में नहीं पहुंच रही है। इससे पुलिस से संबंधित आम लोगों की समस्याओं का निवारण नहीं हो पा रहा है। मंत्री विज ने सोमवार को यहां पत्रकारों को बताया कि उन्होंने पानीपत पुलिस अधीक्षक के असहयोग रवैये से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया है। अब मुख्यमंत्री ही इस बारे में फैसला करेंगे। इस सवाल पर कि क्या उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखित शिकायत दी है। इस पर विज ने कहा कि मंत्री द्वारा मुख्यमंत्री को मौखिक रूप से कहना ही पर्याप्त होता है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक तीन बैठकों में नहीं पहुंची है।
विज ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृृत्व योजना में हरियाणा महाराष्ट्र के बाद दूसरे नम्बर रहा है। उन्होंने कहा कि 2015 के आंकडों के अनुसार हरियाणा ने मातृृत्व मृृत्यु दर के मामले में पहले 127 वें स्थान से सुधार करते हुए 101 वें स्थान पर आया है। अब और सुधार के प्रयास किए जा रहे है। इंडियन नेशनल लोकदल के हिसार से सांसद दुष्यंत चैटाला के मानहानि का दावा करने के ऐलान पर विज ने कहा कि दुष्यंत जो बतायेंगे उसका अदालत में जवाब देंगे। कुरूक्षेत्र से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी के विवादित बयानों पर विज ने कहा कि यह सब संगठन देखता है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा को नाकाम बताने वाले सर्वे को विज ने खारिज कर दिया।
(राजेश जैन)