जींद : भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक के आज यहां भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह के प्रस्तावित रैली स्थल पर पहुंचने से तनाव उत्पन्न हो गया। श्री मलिक अपने पूरे दल-बल के साथ पिंडारा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-71 पर निर्माणाधीन जींद बाईपास रोड पर प्रस्तावित श्री शाह की रैली स्थल पर पहुंच गए। उन्हें देखकर वहां मौजूद भाजपा नेताओं तथा प्रशासनिक अधिकारियों हैरान रह गए।
जाट नेता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 15 फरवरी को श्री शाह की के इस रैली स्थल पर जाट समाज के लोग बड़ संख्या में यहां ट्रैक्टर-ट्रालियों से पहुंचेंगे और यह पता चल जाएगा कि वहां मोटरसाईकलों पर आने वाले भाजपाई ज्यादा हैं या ट्रैक्टर-ट्रालियों में पहुंचे जाट। यही नहीं उन्होंने रैली स्थल का निरीक्षण कर यह पता लगाने का भी प्रयास किया कहां से वहां बड़ संख्या में जाट समाज के लोग पहुंच सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह श्री शाह के समानांतर रैली करेंगे। उल्लेखनीय है कि श्री शाह की रैली को लेकर पिंडारा के निकट तैयारियां जोरों पर हैं लेकिन श्री मलिक के जबरन पर वहां श्री शाह के समानांतर जाट रैली करने के ऐलान से तनाव और कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा होने सम्भावनाएं बढ़ गई हैं।
श्री मलिक ने कहा कि 15 फरवरी को जाट समाज की रैली अब एक ही सूरत में रद्द हो सकती है अगर सरकार समिति के साथ हुये समझौते को उससे पहले लागू कर दे। उन्होंने कहा कि गत वर्ष हुये समझौते के दौरान स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, प्रदेश मामलों के प्रभारी अनिल जैन और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। उन्होंने सरकार से जाट आरक्षण आंदोलन के सिलसिले में दर्ज 70 मामले वापस लेने की भी मांग की।
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