ग्वालियर : जन-सुनवाई दीन-दुखियों के आंसू पोंछती है, उनका सहारा बनती है। कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में इसे प्रत्यक्ष महसूस किया जा सकता है। इस बार की जन-सुनवाई में गंभीर बीमारी से पीड़ित बीरबल और आंख के ऑपरेशन के लिये राकेश कुशवाह को आर्थिक मदद मिली तो दिव्यांग महेन्द्र को स्वरोजगार मिलने की रूपरेखा तय हुई।
चीनौर निवासी रामू जाटव ने जन-सुनवाई में पहुंचकर गुहार लगाई कि मेरे पिता बीरबल गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। आर्थिक तंगी की वजह से उनका इलाज ठीक से नहीं हो पा रहा है। कलेक्टर राहुल जैन ने रामू को ढांढ़स बंधाया और तात्कालिक रूप से रेडक्रॉस से 20 हजार रूपए की आर्थिक मदद दिलाई। साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि जिस अस्प्ताल में बीरबल का इलाज चल रहा है वहां के चिकित्सकों से बेहतर इलाज के लिये कहें।
कलेक्टर ने इसी तरह बहादुरपुर बिलौआ निवासी राकेश कुशवाह की आंख के ऑपरेशन के लिये रेडक्रॉस से न केवल 20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दिलाई बल्कि चिकित्सालय में भी चर्चा कर इलाज के खर्च में रियायत दिलाई। इसी तरह अन्य जरूरतमंदों के नि:शुल्क इलाज का इंतजाम कलेक्टर ने कराया।
काली माता का मंदिर गली नं.-2 लश्कर निवासी दिव्यांग युवक महेन्द्र सिंह जाटव को राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत स्वरोजगार के लिये आर्थिक सहायता स्वीकृत करने के लिये कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। साथ ही महेन्द्र को प्रावधानों के तहत मोटराईज्ड ट्रायसाइकिल दिलाने के निर्देश संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय को दिए।
कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में इस बार 101 फरियादियों के आवेदन ऑनलाइन दर्ज कराए गए। कलेक्टर जैन, अपर कलेक्टर दिनेश श्रीवास्तव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शिवम वर्मा व अपर कलेक्टर शिवराज वर्मा सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने एक–एक कर सभी फरियादियों की समस्यायें सुनीं और उनके आवेदनों के निराकरण की रूपरेखा तय की।
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