शिवपुरी : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सहरिया आदिवासी महिलाओं एवं बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए शिवपुरी जिले के कोलारस में की गई घोषणा के बाद संबंधित विभाग ने आदिवासी महिलाओं के लिए एक हजार रुपए प्रतिमाह भेजना शुरू कर दिया है।
हालांकि इसके बाद कुछ सहरिया आदिवासी महिलाओं को यह भ्रम हो गया कि परिवार की सभी महिलाओं को प्रतिमाह यह राशि मिलेगी, जबकि यह राशि परिवार की मुखिया महिला को दी जानी है। आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला प्रभारी संयोजक वीके माथुर के अनुसार सहरिया आदिवासी महिलाओं के बैंक खातों में एक हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से मई तक की राशि डाल दी गई है, जबकि जून की राशि उन्हें जल्द ही खातों में पहुंचाई जाने वाली है।
उन्होंने बताया कि एक परिवार के आदिवासी बच्चों एवं महिलाओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए यह राशि परिवार की मुखिया महिला को दी जाती है। कई मामलों में परिवार की महिलाओं को यह भ्रम हो गया कि सभी महिलाओं को यह राशि मिलेगी, जानकारी सामने आने पर इस बारे में समझाइश दी गई है। उन्होंने बताया कि अब यह राशि प्रतिमाह हितग्राही के खातों में पहुंचाए जाने की व्यवस्था की गई है।
शहरी आदिवासी महिलाओं के लगभग 35 हजार खाते इस योजना के तहत आने की संभावना है। सहरिया आदिवासी जनजाति शिवपुरी जिले में पाई जाती है। यह लोग जंगलों के आसपास ही रहना पसंद करते हैं तथा आज भी अधिकतर सहरिया अपनी पुरानी परंपराओं से जुड़ रहते हैं। इनकी महिलाओं एवं बच्चों में कुपोषण के कई बार मामले सामने आते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फरवरी में इन महिलाओं को यह राशि देने की घोषणा की थी।