जम्मू : माकपा ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर के नेतृत्व को राजनीतिक विचारधारा को परे रखकर साथ आने की जरूरत है ताकि कश्मीर में मौजूदा अशांति में छात्रों की शिक्षा बाधित नहीं हो। माकपा नेता और विधायक एम वाई तारिगामी ने कहा, ‘‘कश्मीर में छोटा शैक्षाणिक सत्र होता है जो सार्वजनिक छुट्टी, हड़ताल और कर्फ्यू के कारण पहले ही कम हो गया है।’’
उन्होंने कहा कि बंद, कर्फ्यू, सार्वजनिक छुट्टी, गर्मी और सर्दी की छुटि्टयों को मिलाकर कश्मीर में शैक्षाणिक संस्थान 150 से भी कम दिन खुलते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में कई ऐसे उदाहरण हैं जब युद्ध, अशांति और अन्य समस्याओं के बावजूद नेतृत्व ने सुनिश्चित किया कि शिक्षा पर असर नहीं पड़े ।
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