रायपुर : विधानसभा मे आज ध्यानाकर्षण सूचना के जरिए कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल, धनेंद्र साहू और सत्यनारायण शर्मा ने सूखा प्रभावित किसानों को मुआवजा नहीं देने का मामला उठाया। राजस्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने जवाब में कहा कि जिन किसानों का 33 फीसदी से ज्यादा फसल का नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 586.58 करोड़ रुपए की राशि सूखा प्रभावित जिलों को आवंटित की गई है।
प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि 329.84 करोड़ रुपए की राशि वितरित की जा चुकी है। मनरेगा के तहत रोजगार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में 1 क्विंटल चावल का स्टॉक रखा गया है, ताकि भुखमरी की स्थिति नहीं हो। राजस्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने कहा कि किसी भी किसान को धमकाकर ऋण वसूली का मामला सामने नहीं आया है। जहां पेयजल की समस्या होने की आशंका नहीं है, वहां ग्रीष्मकालीन धान लेने की छूट दी गई है। उन्होंने कहा कि किसानों में किसी भी तरह का रोष नहीं है।
वहीं कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि जनवरी 2018 तक एक भी तहसील में सूखा राहत राशि का वितरण नहीं हुआ। इस पर मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि फसल कटने के बाद ही मुआवजा राहत राशि दी जाती है, इसमें नियमों का पालन हुआ है। सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन का बहिष्कार कर दिया। कांग्रेस विधायक सदन से बाहर आकर गांधी प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गए। विधायकों ने सरकार के खिलाफ कुछ देर तक नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
कांग्रेस के सदस्य गर्भगृह में पहुंच गए थे। उन्होंने सदन में नारेबाजी भी की। निलंबित होने के बाद कांग्रेस विधायक सदन के बाहर गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठे। थोड़ी देर के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायकों का निलंबन रद्द कर दिया फिर भी जब सदस्य वापस सदन में नहीं लौटे, तब इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री अजय चंद्राकर विपक्षी सदस्यों को मनाने के लिए पहुंचे। संसदीय कार्य मंत्री अजय चंद्राकर विपक्षी सदस्यों के आग्रह पर सदन में लौटे।
सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि सूखे के बाद सरकार पलायन रोकने में नाकाम है। मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि पलायन की कहीं कोई शिकायत नहीं है। जांजगीर के जो लोग बाहर गए, वो पहले भी काम के लिए जाते रहे हैं। कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल ने कहा कि कलेक्टर किसानों के मुआवजे के पैसे का ब्याज खा रहे हैं, अपने लेस-लिफाफे पर खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक भी किसान को अभी सूखा राहत की राशि नहीं मिली है।
मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि ये गलत है कि एक भी किसान को मुआवजे की राशि नहीं मिली। उन्होंने कहा कि रायगढ़, रायपुर और बलौदाबाजार सहित कई जिलों में राशि वितरित हुई है। करीब 300 करोड़ की राशि वितरित हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर आंकड़े गलत हुए, तो जो भी दोषी अधिकारी होंगे, सभी पर कार्रवाई होगी।
लेकिन अगर किसानों को मिला हो, तो भूपेश बघेल क्या करेंगे? भूपेश बघेल ने फिर कहा कि एक भी किसान को मुआवज़ा नहीं मिला है।भूपेश बघेल ने पूछा कि सूखा राहत में कितना बजट है और कितना खर्च हुआ? मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने कहा कि जितनी राशि सूखे के लिए नियत है, वो खर्च होती है।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यहां क्लिक करे।