जम्मू & कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में अस्पताल परिसर में पुलिसकर्मियों पर किए गए आतंकवादी हमले में शहीद दो पुलिसकर्मियों के परिजनों के प्रति मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने आज शोक व्यक्त किया।
आतंकवादियों की इस गोलीबारी में लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष आतंकवादी नावेद जट्ट उर्फ हंजुल्लाह पुलिस गिरफ्त से फरार हो गया। उसे 2014 में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस घटना को उस समय अंजाम दिया गया जब नावेद को पुलिस मेडिकल जांच के लिए इसी अस्पताल लेकर आई थी।
सुश्री मुफ्ती ने एक टवीट्, कर कहा,’ श्रीनगर में आतंकवादी हमले में आज दो और पुलिस जवानों के शहीद होने की घटना से काफी दुखी हूं, मेरी संवेदनाएं पीड़ित के परिजनों के साथ हैं।’ श्री अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा,’ श्रीनगर के प्रतिष्ठित अस्पताल में आतंकवादियों के हमले में दो और जवान शहीद हो गए। इनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’ इन दोनों पुलिसकर्मियों की पहचान मुश्ताक अहमद और बाबर के तौर पर की गयी है।
नावेद को पुलिस ने कुलगाम से 2014 में गिरफ्तार किया था। उस पर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के एक जवान और एक पुलिस अधिकारी की हत्या का आरोप है। वह आतंकवादी घटनाओं तथा रायफल छीनने की घटना में भी वांछित है। वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शाहीवाला का निवासी है।
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