जम्मू: खासतौर पर अगर वह शख्स राजनेता और भाजपा का ही सदस्य हो तो इस बात की कल्पना भी नहीं की जा सकती। लेकिन ऐसा हुआ और वह भी एक-दो बार नहीं बल्कि पूरे पंद्रह बार ऐसा हुआ। ये वही 15 मिस कॉल हैं जिन्होंने एक भाजपा नेता को एक राज्य का उपमुख्यमंत्री बना दिया।
कविंद्र गुप्ता ने घटना लोगों को बताई। उन्होंने बताया कि, वे राष्ट्रीय अध्यक्ष के पंद्रह मिस्ड कॉल देखने के बाद वह घबरा गए। ऐसे में उन्होंने जब कॉल लगाई तो किसी ने पूछा कि आप फोन क्यों नहीं उठा रहे हो, राष्ट्रीय अध्यक्ष जी आपसे बात करना चाहते हैं। कविंद्र ने बताया कि अमित शाह ने उन्हें सूचना दी कि आपको उपमुख्यमंत्री की अहम जिम्मेदारी दी जा रही है, यह कहकर उन्होंने फोन काट दिया। मिस कॉल देखकर शायद कविंद्र गुप्ता को भी इस बात का एहसास नहीं होगा कि, उन्हें फोन पर ऐसी सूचना दी जाएगी जिससे उनका राजनीतिक कैरियर ही बदल जाएगा।
इस लिए उठा नहीं पाए अमित शाह की कॉल
कविंद्र गुप्ता ने बताया कि वह अमित शाह का फोन इसलिए नहीं उठा पाए क्योंकि उनका फोन डिस्चार्ज हो गया था। फोन चार्जिग पर लगा हुआ था। जिस कारण से वह फोन नहीं उठा पाए। कविंद्र ने बताया कि उन्हें फोन पर डिप्टी सीएम बनाए जाने की सूचना पर यकीन नहीं हुआ और ना ही उन्हें यह बता चला कि उनसे अभी किसने बात की थी। बात की पुष्टि करने के लिए उन्होंने फिर से फोन लगाया तो जवाब आया कि मैं अमित शाह बोल रहा हूं।
जानिए कौन हैं कविंद्र गुप्ता
आपको बता दें कि कविंद्र गुप्ता बीजेपी और आरएसएस के खास नेताओं में गिने जाते हैं। गुप्ता पहली बार 2014 के चुनाव में जम्मू के गांधी नगर से चुनाव जीते थे। हालांकि वह पश्चिमी जम्मू से चुनाव लड़ना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें गांधी नगर से टिकट दिया गया। हाल ही हुए इस फेरबदल के दौरान बीजेपी के सतपाल शर्मा को भी मंत्रिमंडल में शामिल गया है। शर्मा बीजेपी जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष हैं। जबकि कठुआ के विधायक राजीव जसरोटिया और सांबा के देविंदर कुमार मान्याल को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
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