जम्मू : सुंजवान सैन्य शिविर के भीतर चल रहे आतंक रोधी अभियान के दौरान रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को जम्मू का दौरा कर रही हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन जम्मू-कश्मीर में सेना के ठिकानों पर बढ़ रहे आतंकी हमलों के बीच सोमवार शाम को सुंजवां आर्मी कैंप पहुंची। उन्होंने इस कैंप का हवाई निरीक्षण किया। यहां से वह यहां आर्मी हॉस्पिटल में भी गईं, जहां वह इस हमले में घायल हुए सैनिकों से मिलीं। इसके बाद उन्होंने मीडिया को भी संबोधित किया।
Giving the evidences to Pak will be a continuous process. It will have to be proved over and over again that they are responsible. Pakistan will have to pay for this misadventure: Defence Minister Nirmala Sitharaman pic.twitter.com/P4vYdVUGPv
— ANI (@ANI) February 12, 2018
उन्होंने कहा कि सुंजवां में सैन्य अभियान सोमवार सुबह साढ़े दस बजे ही पूरा हो चुका था, हां जांच अभियान अब भी जारी है। उन्होंने कहा कि यह हमला जैश-ए-मोहम्मद ने किया था। इस हमले का मास्टरमाइंड मसूद अजहर था, जो पाकिस्तान में है। आर्मी कैंप में क्विक रिस्पॉन्स टीम को तैनात किया गया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना के जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इस हमले की कीमत चुकानी होगी। सीतारमन ने सीमारेखा पर अत्याधुनिक हथियार तैनात करने और निगरानी बढ़ाने की बात कही है। उन्होंने हमले के बारे में बताया कि आतंकी सेना की वर्दी में आए थे।
Defence Minister Nirmala Sitharaman met those injured in the #SunjuwanArmyCamp attack at the Military Hospital in Jammu. pic.twitter.com/34pE1ZLiE3
— ANI (@ANI) February 12, 2018
आतंकियों ने सेना के परिवार के ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। रक्षा मंत्री ने कहा कि तीन हमलावर मारे गए हैं और कहा जा रहा है कि हमलावर चार थे। कैंप की सभी 36 बैरकों में जांच अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आतंकियों को हमले के लिए स्थानीय तौर पर मदद मुहैया कराई गई थी। भारतीय रक्षा मंत्री ने कहा कि इस हमले के बारे में सेना ने कुछ सबूत जमा किए हैं और ये सबूत पाकिस्तान को दिए जाएंगे। इस हमले में हाथ लगे सबूतों की एनआईए जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि कई डॉजियर देने के बावजूद पाकिस्तान ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। उन्होंने एक बार फिर से इस बात को दोहराया कि पाकिस्तान को इन हरकतों की कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि इसका जवाब भारत अपने हिसाब से उचित समयानुसार देगा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पीर-पंजाल की पहाड़ियों तक आतंकी गतिविधियों को फैला रहा है। वह घुसपैठ में आतंकियों की मदद करने के लिए सीजफायर का उल्लंघन भी कर रहा है। उन्होंने राज्य की सीएम महबूबा मुफ्ती से अपनी बातचीत के बारे में कहा कि इस हमले से वह भी काफी व्यथित हैं। इससे पहले, जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन को राज्य की ताजा स्थिति की जानकारी दी। रक्षा मंत्री ने सेना के उच्च अधिकारियों के साथ भी एक बैठक भी की। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस और सेना मिलकर काम कर रहे हैं। सीतारमन ने कहा कि मेजर आदित्य पर एफआईआर के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज ही एक आदेश दिया है।
राजनाथ ने भी बुलाई दिल्ली में बैठक
वहीं, दिल्ली में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर में तेज हो रही आतंकी गतिविधियों पर सोमवार शाम को अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। यह बैठक सुंजवां के आर्मी कैंप में और करन नगर में सीआरपीएफ हेडक्वॉर्टर पर हुए आतंकी हमलों के मद्देनजर बुलाई गई थी। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने की और इसमें गृह सचिव राजीव गौबा, आईबी चीफ और दूसरे अन्य अफसर भी मौजूद रहे। बीते कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
सुरक्षा बलों पर एक ही दिन में हुए दो हमले
आपको बता दें कि जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर सोमवार तड़के आतंकियों ने हमला किया था। सुंजवां आर्मी कैंप पर हुए हमले में अब तक छह सैनिक शहीद हुए हैं और एक नागरिक की मौत हुई है। इस हमले के बाद आतंकियों ने सोमवार को ही श्रीनगर के करन नगर इलाके में सीआरपीएफ हेडक्वार्टर पर हमला करने की कोशिश की। सीआरपीएफ ने इस हमले को नाकाम कर दिया था। इस दौरान भी सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया था। दोनों जगहों पर अब भी आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है।
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