भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने आज यहां प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनका पुतला फूंका। ये कार्यकर्ता महबूबा के उस बयान से नाराज थे जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी को विभाजित करने की केंद्र की किसी भी कोशिश के ‘‘ बेहद खतरनाक ’’ परिणाम होंगे।
पार्टी के जिलाध्यक्ष (जम्मू पश्चिम) अयोध्या गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर के कच्ची छावनी में प्रदर्शन किया और मुफ्ती के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कल कहा था , ‘‘… यदि पीडीपी को तोड़ने के प्रयास हुए , जैसा 1987 में हुआ था जब लोगों के वोटों पर डाका डाला गया था और एमयूएफ (मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट) को कुचलने के प्रयास हुए थे , तो इसके परिणाम बेहद खतरनाक होंगे। ’’
महबूबा ने वर्ष 1987 के विधानसभा चुनाव के बाद हुए उस घटनाक्रम का याद किया जिसके चलते प्रतिबंधित हिज्बुल मुजाहिदीन का सुप्रीमो सैयद सलाउद्दीन और जेकेएलएफ प्रमुख मोहम्मद यासीन मलिक ‘‘ उभरे ’’ थे।
गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा , ‘‘ हमनें राज्यपाल (एन एन वोहरा) से अनुरोध किया कि उनके राष्ट्रविरोधी बयान पर गंभीरता से संज्ञान लिया जाए और उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज कर उन्हें जेल में डाला जाए जिससे कोई दूसरा राजनेता भविष्य में ऐसा कोई बयान देने की हिमाकत न करे। ’’ उन्होंने मुफ्ती के बयान को ‘‘ शर्मनाक ’’ बताते हुए कहा कि ‘‘ ऐसे बयानों से आतंकवाद को बढ़ावा मिलता है। ’’