सीजेआई दीपक मिश्रा के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस के जरिये चर्चा में आए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस जे. चेलमेश्वर शुक्रवार को रिटायर हो जाएंगे। चेलमेश्वर करीब सात साल से कार्यरत थे। जस्टिस चेलमेश्वर में जस्टिस रंजन गोगोई, एमबी लोकुर और कुरियन जोसेफ के साथ मिलकर चेलमेश्वर ने विशेष सीबीआई न्यायाधीश बीएच लोया की रहस्यमय मौत के संवेदनशील मामले सहित अन्य मामलों के चुनिंदा आवंटन पर सवाल उठाए थे।
चेलमेश्वर के रिटायर होने के बाद सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। रिटायर होते ही जस्टिस चेलमेश्वर कोलेजियम से बाहर होंगे और उनकी जगह जस्टिस एके सीकरी शामिल होंगे।12 जनवरी को प्रेस कांफ्रेंस की घटना सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में पहली बार हुई और हर जगहा हलचल मचा दी इस घटना से पूरा देश आश्चर्यचकित रह गया। न्यायमूर्ति चेलामेश्वर ने कड़ी टिप्पणियों में कहा था, ‘‘कई चीजें पिछले कुछ महीनों में ऐसी हुई जो वांछित नहीं हैं।’’ उन्होंने कहा था, ‘‘जब तक इस संस्थान को संरक्षित नहीं किया जाता और जब तक यह अपना संतुलन नहीं बना सकता, इस देश में लोकतंत्र कायम नहीं रह जाएगा।
अच्छे लोकतंत्र की पहचान निष्पक्ष और स्वतंत्र न्यायाधीश होते हैं।’’ जस्टिस चेलमेश्वर के रिटायरमेंट के बाद सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठता में छठे स्थान के न्यायाधीश एके सीकरी पांच सदस्यीय कोलेजियम का हिस्सा बन जाएंगे। लिहाजा, जस्टिस जोसेफ के नाम की सिफारिश केंद्र को दोबारा भेजने के लिए इस फैसले पर दोबारा विचार की आवश्यकता होगी। बता दें कि केंद्र ने 26 अप्रैल को जस्टिस जोसेफ की सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति संबंधी फाइल कोलेजियम को पुनर्विचार के लिए लौटा दी थी।
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