कश्मीर घाटी में हालात अब बदल रहे हैं। पिछले दिनों फुटबॉल खिलाड़ी से आतंकी बने युवक ने गलत रास्ता छोड़ कर परिवार को चुना वहीं अब एक लड़की की कहानी सामने आई है जो पत्थरबाज से फुटबॉल टीम की कप्तान बन गई है।
जम्मू-कश्मीर की महिला फुटबॉल टीम ने सोमवार को राजनाथ सिंह से दिल्ली में मुलाकात की। टीम की कैप्टन 21 साल की अफशां आशिक हैं। वे गोलकीपर हैं। अफशां उस वक्त सुर्खियों में आई थीं, जब अप्रैल में उन्होंने अपनी साथी प्लेयर्स के साथ सिक्युरिटी फोर्स पर पत्थरबाजी की थी।
अफशां आशिक जहां असंतुष्ट छात्रा के रूप में श्रीनगर की गलियों में पुलिस पर पत्थर फेंकने वाली लड़कियों के गुट की अगुवाई करती थीं। लेकिन अब वो जम्मू कश्मीर महिला फुटबाल टीम की कप्तान बन गई हैं। पत्थर फेंकने वाले छात्रों की इस पोस्टर गर्ल का ये खुशनुमा बदलाव एक तरह से कश्मीरियों के दिलों को जीतने की सरकारी दास्तां भी बयां करता है। अफशां आशिक ने कहा कि मेरी जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई है। मैं विजेता बनना चाहती हूं और राज्य वह देश को गौरवान्वित करने के लिए कुछ करना चाहती हूं।
22 सदस्यीय फुटबाल टीम को लेकर गृहमंत्री से मिलने पहुंची। जहां राजनाथ सिंह ने टीम को मिलने के लिए बुलाया था। बैठक में सिंह से कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर में उचित खेल आधारभूत ढांचा तैयार किया जाता है। तो युवा आतंकवाद और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों से इतर अपने कौशल को निखारने के लिए प्रेरित होंगे और राज्य का नाम चमकाएंगे।
आपको बता दें कि अफशां की जिंदगी पर जल्द ही फिल्म बनाई जा सकती है। बालीवुड के मशहूर फिल्मकार अफशां की कहानी पर फिल्म बनाने की योजना बना रहे हैं। लेकिन अपने नाम का खुलासा नहीं किया गया है। अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।