रायपुर : छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की एक सीट को लेकर घमासान मचा हुआ है। हालांकि यह सीट सत्ताधारी दल भाजपा के खाते में जाना तय है। इसके बावजूद विपक्ष ने भी अपनी कवायदें तेज की है। इधर भाजपा संगठन की ओर से करीब 25 दावेदारों का पैनल केन्द्रीय नेतृत्व के पास भेजा गया है। वहीं नामांकन को लेकर अब प्रदेश मौजूदा भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक सीधे निशाने पर आ गए हैं।
पार्टी से नाम तय होने से पहले ही नामांकन फार्म खरीदना भाजपा अध्यक्ष के लिए सियासी उलझनों से भरा हुआ है। इस मामले में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से शिकायतों के बाद हो रही किरकिरी का विपक्ष ने पूरा फायदा उठातेे हुए तंज कसे हैं। हालांकि भाजपा में राज्यसभा के दावेदारों की दौड़ में भाजपा अध्यक्ष के साथ राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडे अभी भी सबसे आगे चल रहे हैं। इधर दलित समुदाय के नेताओं ने भी इस सीट पर दावा किया है।
राज्यसभा की मौजूदा सीट पर भाजपा के अनुसूचित जाति वर्ग के पास था। इसलिए भी नैतिक तौर पर इसे लेकर दबाव बनाया गया है। वहीं दूसरी ओर चुनावी वर्ष में संगठन के रणनीतिकार भी इस मामले में सतर्कता बरत रहे हैं। विपक्ष ने इसी आधार पर नया दांव खेलते हुए गोटियां बिछा दी है। इसके बावजूद भाजपा अध्यक्ष द्वारा नामांकन फार्म खरीदने के मामले ने नया विवाद खड़ा कर दिया है।
भाजपा संगठन में ही कौशिक के विरोधियों ने अंदरूनी मुहिम तेज करते हुए दिल्ली तक शिकायतों की झड़ी लगा दी है। ऐसे में भाजपा अध्यक्ष के लिए फिर मुश्किलें तेज हो गई है। हालांकि नामांकन वापसी के कोई प्रावधान नहीं होने की वजह से भी इस मामले में वे घिरे हुए हैं। इधर जल्दी ही राज्यसभा प्रत्याशी का नाम तय होने के बाद धुंध छंटने के संकेत मिल रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष कांग्रेस भी अजा प्रत्याशी मैदान में उतारकर सत्ताधारी दल को वाक ओवर नहीं देने की तैयारी में है।
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