पटना : बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने आज राज्य के बच्चों को रोगमुक्त बनाने में मिशन इंद्रधनुष की भूमिका को अहम बताया और कहा कि इस योजना के तहत दिए जाने वाले नौ विभिन्न प्रकार के टीकों से न केवल नवजात शिशुओं को बल्कि पांच साल से कम उम्र तक के बच्चों को भविष्य में संभावित रोगों से मुक्ति दिलाई जाती है।
श्री पांडे ने यहां क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय (डीएफपी) की ओर से केंद्र सरकार के विशेष विस्तार कार्यक्रम (एसओपी) के तहत मिशन इंद्रधनुष, कुष्ठ उन्मूलन, मिशन परिवार विकास एवं यक्ष्मा (टीबी) विषय पर राज्यस्तरीय एकदिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला के दौरान कहा कि मिशन इंद्रधनुष योजना के तहत दिए जाने वाले नौ विभिन्न प्रकार के टीकों से न केवल नवजात शिशुओं को बल्कि पांच साल से कम उम्र तक के बच्चों को भविष्य में संभावित रोगों से मुक्ति दिलाई जाती है।
मंत्री ने कहा कि टीकाकरण से संबंधित मिशन इंद्रधनुष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना है, जिसका मुख्य उदेश्य देश के सभी बच्चों को रोगमुक्त कर स्वस्थ भारत का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि राज्य के 16 जिलों में इस अभियान के तहत सघन टीकाकरण किया जा रहा है तथा वर्तमान में मिशन इंद्रधनुष का तीसरा चरण चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष राज्य के 90 प्रतिशत से अधिक बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है तथा इसी क्रम में फरवरी में इस अभियान का चौथा चरण चलाया जाना प्रस्तावित है।
श्री पांडे ने बताया कि राज्य सरकार लगातार टीबी तथा कुष्ठ उन्मूलन के लिए भी प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का जो लक्ष्य रखा गया है, उसे प्राप्त करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी मसलों पर राज्य के लोगों को जागरूक करने के क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय (डीएफपी) के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी कोशिशों से ही स्वस्थ भारत की कल्पना साकार हो सकती है क्योंकि स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि लोग रोग तथा उसके निदान के बारे में पर्याप्त जानकारी रखें।
इस मौके पर क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय के निदेशक विजय कुमार ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में जागरुकता संबंधी विशेष कार्यक्रम के तहत राज्य में कुल 20 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसके पहले चरण में चार जिलों को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर तथा स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाएगा, जिसमें लोगों को मिशन इंद्रधनुष, कुष्ठ उन्मूलन, मिशन परिवार विकास एवं यक्ष्मा (टीबी) विषय पर विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
इस दौरान संबंधित सिविल सर्जन तथा राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मदद से लोगों में स्वास्थ्य संबंधी सूचनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि यह कार्यशाला मुख्य रूप से क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय के क्षेत्रीय पदाधिकारियों के लिए आयोजित की गई थी जिन्हें आने वाले दिनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में मिशन इंद्रधनुष, कुष्ठ उन्मूलन एवं यक्ष्मा के संबंध में लोगों को जागरूक करना है।
कार्यक्रम में डीएफपी के निदेशक विजय कुमार, पीआईबी के निदेशक, दिनेश कुमार; सहायक निदेशक संजय कुमार एवं भुवन कुमार; डीएवीपी के मनीष कुमार तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के विभिन्न मीडिया ईकाइयों दूरदर्शन, आकाशवाणी के संयुक्त निदेशक (समाचार) राजेंद, उपाध्याय, सहायक निदेशक रामेश्वर नायक तथा गीत एवं नाटक प्रभाग और राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।