कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसे कई प्रमाण हैं जिनसे साबित होता है कि मोदी-शाह की जोड़ का खुफिया एजेंसी के साथ महागठबंधन है और इसके लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहए। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री मोदी और श्री शाह तथा आईएसआई के बीच संबंध होने का सबसे बड़ प्रमाण आईएआई के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असद दुर्रानी का बयान है, जिसमें वह कहता है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई श्री मोदी को भारत का प्रधानमंत्री बनाए रखना चाहता है।
प्रवक्ता ने कहा कि यह श्री मोदी का आईएसआई के साथ महागठबंधन का परिणाम था कि पठानकोट में आतंकवादी हमले की जांच का काम उसी आईएसआई को सौंपा गया जिसके इशारे पर पाकिस्तानी आतंकवादियों ने इस हमले को अंजाम दिया था। पठानकोट हमले की जांच के लिए आए पाकिस्तानी दल में आईएसआई के लोग भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि श्री मोदी को बताना चाहिए कि किस आधार पर पठानकोट हमले के लिए जिम्मेदार आईएसआई को पठानकोट हमले की जांच की इजाजत दी गयी।
श्री सुरजेवाला ने कहा कि इसी तरह से श्री शाह ने 30 मार्च 2016 को कोलकाता में सार्वजनिक सभा में कहा था कि पठानकोट आतंकवादी हमले की जांच में पाकिस्तानी ने गंभीरता से प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि आईएसआई के साथ अगर श्री शाह के संबंध नहीं थे तो उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने किस आधार पर पाकिस्तान की आईएसआई की सरहाना की थी। गौरतलब है कि भाजपा ने पिछले दिनों आरोप लगाया था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल लड़कू विमान सौदे को लेकर जो खुलासा चाहते हैं उससे वह पाकिस्तान की मदद करना चाहते हैं। भाजपा कहा था कि श्री गांधी के न सिर्फ पाकिस्तान से बल्कि चीन से भी नजदीकी संबंध हैं।