प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में पुलिस ने मोहम्मद रफीक नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मोहम्मद रफीक को 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सूत्रों के मुताबिक मोहम्मद रफीक पर तमिलनाडू के बिजनेस मैन प्रकाश नाम के शख्स के साथ टेलिफोन पर बातचीत में पीएम मोदी को मारने की साजिश रचने का आरोप है।
कॉन्ट्रैक्टर के साथ फोन पर हुई 8 मिनट की बातचीत का उसका ऑडियो सोशल मीडिया साइट्स पर काफी ज्यादा शेयर किया जा रहा था। जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया है। बता दें कि फीक इससे पहले 1998 में हुए कोयंबटूर बम धमाकों का आरोपी रहा है और इसी वजह से उसने जेल की सजा भी काटी है। रफीक कुन्नीयामुथूर का रहने वाला हैं। ऑडियो में वह सलेम बेस्ट ट्रक कॉन्ट्रैक्टर प्रकाश के साथ बात करते हुए सुनाई दे रहा है।
आठ मिनट की लंबी बातचीत में रफीक कहते हुए सुनाई देता है कि हमने निर्णय लिया है कि प्रधानमंत्री मोदी को मार देंगे। हम वही हैं जिन्होंने भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी की 1998 में कोयंबटूर यात्रा के दौरान बम प्लांट किए थे। उसने दावा किया है कि वह तमिलनाडु की हर जेल में रहा है। रफीक ने कथित तौर पर कहा है कि उसपर गुंडा एक्ट, आतंकवादी और विध्वंसकारक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (टाडा) और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम कानून के तहत केस दर्ज हो चुके हैं।
पुलिस को ऑडियो के बारे में शनिवार को पता चला। जिसके बाद एक स्पेशल टीम बनाकर मामले की जांच की गई। सिटी पुलिस कमिश्नर के पेरिया ने बताया मामले की जांच जारी है। पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है जिसमें धारा 153 ए (धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) और 560 (आपराधिक धमकी) शामिल हैं। वही, कोर्ट ने रफीक को 15 दिनों की न्यायिक कस्टडी में भेज दिया है। गौरतलब है कि 1998 में कोयंबटूर में सीरियल बम ब्लास्ट हुए थे। जिसमें करीब 58 लोगों की मौत हुई थी और करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ था।
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