पटना : बिहार के पूर्व मंत्री और बेगूसराय से सांसद रहे डा.मोनाजिर हसन और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता इलियास हुसैन की पुत्री डॉ.आसमा परवीन आज जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में शामिल हो गयीं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़कर आये डा.हसन ने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। डा। हसन के साथ बड़ संख्या में उनके समर्थकों ने भी जदयू की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने डा.हसन का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से पार्टी और मजबूत होगी। डा.हसन ने कहा कि जदयू उनका परिवार है।
वह पार्टी की सेवा करने और उसे मजबूत करने के लिए फिर से जदयू में आये हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास के काम में लगे हैं और वह उनके हाथ को मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) मुस्लिम-यादव वोट पर अपना दावा करता हैं लेकिन जब राज्यसभा भेजने की बारी आती है तब इस समुदाय के लोगों का ख्याल नहीं आता है और 50-50 लाख रुपये लेकर टिकट दे दिया जाता है। पूर्व मंत्री ने कहा कि राजद के इस खेल को लोग समझ चुके हैं और आने वाले चुनाव में उसका यह समीकरण पूरी तरह से ध्वस्त हो जायेगा।
उन्होंने वर्ष 2014 में जदयू छोड़कर भाजपा में जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उस समय कुछ ऐसे लोग थे,जिन्हें उनका जदयू में रहना अच्छा नहीं लग रहा था। उनकी साजिशों के कारण ही उन्हें जदयू छोड़ना पड़ था। इसके कुछ ही देर बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाने वाले पूर्व मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता इलियास हुसैन की बेटी डॉ आसमा परवीन जदयू में शामिल हो गयीं। डॉ परवीन ने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सामाजिक न्याय की धारा को मजबूत करने के लिए जदयू में शामिल हुई है। उन्होंने कहा कि वह अपने पिता इलियास हुसैन की सहमति लेकर ही जदयू में आयी हैं। इस मौके पर विधान पार्षद संजय गांधी, जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह और बिहार जदयू के महासचिव सह कार्यालय प्रभारी नवीन कुमार आर्या भी उपस्थित थे।