समाजवादी परिवार में लंबे समय से चली आ रही रार अब समाप्त होने की राह पर है। डॉ राम मनोहर लोहिया के 51वें स्मृति दिवस के मौके पर गुरुवार को लखनऊ के राम मनोहर लोहिया पार्क में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने पहुंचकर राम मनोहर लोहिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर अखिलेश ने कहा कि अभी हम लोहिया पार्क में होकर आए हैं, वहां हमने नेताजी से मुलाकात की। अखिलेश ने पिता मुलायम के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
Lucknow: Former Uttar Pradesh CM Akhilesh Yadav and Mulayam Singh Yadav paid tributes on Ram Manohar Lohia’s death anniversary. pic.twitter.com/V2bZbLrVhT
— ANI UP (@ANINewsUP) October 12, 2017
इस मौके पर अखिलेश और मुलायम खेमे के कई वरिष्ठ नेता मौके पर मौजूद रहे। लेकिन चाचा शिवपाल नजर नहीं आए।लोहिया ट्रस्ट में राम मनोहर लोहिया की पुण्य तिथि के मौके पर बैठक का आयोजन किया गया है। राम मनोहर लोहिया पार्क से मुलायम और अखिलेश भी वहां पहुंचे जहां, शिवपाल यादव ने सभी का स्वागत किया। अखिलेश यादव ने यहां नोटबंदी पर निशाना साधते हुए बोले कि नोटबंदी ने कोई भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ है। क्या नए नोट से भ्रष्टाचार ख़त्म हुआ बिना किसी तैयारी के जीएसटी लागू कर दिया गया। अब ये लोग गुजरात के चुनाव के दबाव की वजह बैकफुट में आये हैं।
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सभी को आशीर्वाद दिया है। अखिलेश ने कहा कि पारिवारिक में थोड़ी बहुत अनबन हर जगह होती है। पिता मुलायम ने ही पहली बार चुनाव लड़ने का मौका अपनी सीट छोड़कर दिया था।
वहीं मुलायम ने भी परिवार में जारी कलह के सुलझ जाने के संकेत दिये। उन्होंने कहा कि परिवार में कोई भेद नहीं है, सब एक है। अखिलेश को आशीर्वाद पर बोले, अखिलेश के साथ पूरा आशीर्वाद है, रोज-रोज आशीर्वाद थोड़े ही दिया जाता है।