पटना : खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने कहा कि पटना में अमर शहीद जुब्बा सहनी पार्क बनेगा। और उसमें जुब्बा सहनी की आदमकद प्रतिमा लगेगी। वे अधिवेशन भवन में आयोजित शहीद जुब्बा सहनी शहादत दिवस समारोह को बतौर उद्धाटनकर्ता संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शहीद जुब्बा सहनी ने देश की आजादी के लिए कई लड़ाई लड़ी।
1942 के आंदोलन में वे काफी सक्रिय थे। नेहरु उनसे इतने प्रभावित थे कि मुजफ्फरपुर में उनसे मिलकर उनको कहा था कि देश आपके साथ है। उनके नेतृत्व में वालर नाम के अंग्रेज दारोगा को मुजफ्फरपुर के मीणापुर थाने आग के हवाले किया गया। जुब्बा सहनी कोर्ट में इसे स्वीकार किये। और उन्हें फांसी की सजा दी गयी। उन्होंने कहा कि निषाद-मल्लाह एवं इनकी उप जातियों को अनुसूचित जन जाति में शामिल करने के लिए राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार को सिफारिश की गयी है।
अनुसूचित जाति की मांग पहले से की गयी थी। पर अनुसूचित जन जाति की मांग ज्यादा प्रसांगिक है। मल्लाह-निषाद एवं इनकी सह जातियों का स्वभाव-व्यवहार जनजाति के काफी करीब है। इसलिए भी अनुसूचित जन जाति की मांग ज्यादा तार्किक है। इसके लिए भारत सरकार से कहा गया कि एथोनोग्राफिक सर्वे कारइए। एनएन सिन्हा को ये जिम्मेवारी दी गयी है। कार्यक्रम में मछुआरा आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष व जदयू नेता मणिभूषण निषाद को श्रद्धांलि अर्पित की गयी।
हाल में सड़क दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गयी थी। अध्यक्षता कर रहे मल्लाह महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक निषाद, संचालनकर्ता युवा जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण सहनी, मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद अनिल सहनी, विधायक विद्यासागर निषाद, विशिष्ट अतिथि विजय सहनी, भीष्म सहनी, जदयू प्रवक्ता अरविन्द निषाद, जीत नारायण मंडल, लवकिशोर सहनी, सत्येन्द्र सहनी, सुनीता बिंद, पिंकी सहनी, किरण निषाद, चंदेश्वरी सिंह निषाद व गणेश बिंद ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
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