हिजबुल मुजाहिदीन का पूर्व नेता जाकिर मूसा कश्मीर में अब इस्लामिक राज की स्थापना के लिए नए संगठन को बनाने में जुटा है। बता दे की जाकिर मूसा ने पूर्व में इस्लामिक राज्य की स्थापना और कश्मीर में शरिया लागू करने के लिए विडियो जारी कर चुका है।
आपको बता दे मूसा का असली नाम ज़ाकिर रशीद भट है लेकिन मीडिया में उन्हें जाकिर मूसा के नाम से जाना जाता है। एक बेहद पढ़े-लिखे परिवार से आने वाले मूसा ने चंडीगढ़ के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी। ये साल 2013 की बात है। फिर वो कश्मीर में हिज़बुल मुजाहिदीन का हिस्सा बन गए और कई रिपोर्टों में इस ओर इशारा किया गया है कि मूसा में जिहादी भावना कूट-कूट कर भरी थी।
सुरक्षा एजेंसियों से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। मूसा ने 16 मई को जारी वीडियो संदेश में अलकायदा की सराहना करते हुए कहा था कि कश्मीर में इस्लामिक राज की बहाली तक हमारी जंग जारी रहेगी। मूसा के नए संगठन का नाम असंर घाजवट-उल-हिंद है।
फाउंडेशन ऑफ न्यू मूवमेंट ऑफ जिहाद इन कश्मीर नाम से अल-कायदा से जुड़े सूचना नेटवर्क अंसर घाजवट-उल-हिंद की तरफ से जारी एक संदेश में इसकी घोषणा की गई। इस संदेश में कहा गया मुजाहिद हीरो बुरहान वानी की शहादत के बाद कश्मीर में जिहाद अब अगले स्तर पर प्रवेश कर गया है। अल्लाह की मेहरबानी और मुस्लिम मुल्कों की मदद से हमारे घर कश्मीर को स्वतंत्र कराया जाएगा।
अल्लाह और पैगंबर मोहम्मद साहेब का नाम लेते हुए इस संदेश में कहा गया कि कश्मीर को आजाद कराने के लिए जिहाद का एक नया अध्याय शुरू हो रहा है जिसमें बुरहान वानी ने मुज़ाहिद जाकिर मूसा के नेतृत्व में शहीद हुआ था।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद ने कहा कि ऐसी सूचनाएं सोशल मीडिया से मिल रही है। हम मामले की जांच कर रहे हैं। वैद ने कहा कि मेरे लिए आतंकी, आतंकी है। यह मायने नहीं रखता की वह किस संगठन से जुड़ा है। दक्षिण कश्मीर के त्राल के रहने वाले जाकिर राशिद बट उर्फ जाकिर मूसा ने 13 मई को आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन से अपना नाता तोड़ा था। उसके बाद यह खबर आई थी कि वह नया आतंकी संगठन बनाकर आतंक फैलाएगा।
यह जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों, जो पहले खुद को सिर्फ कश्मीर या पाकिस्तान तक सीमित रखते थे के वैश्विक इस्लामिक आतंकवाद का हिस्सा बनने का स्पष्ट संकेत है। मूसा से पहले वर्ष 2015 में आतंकी कमांडर बुरहान ने कश्मीर में स्थानीय लोगों से जिहाद में मदद के लिए कहा था। बुरहान आठ जुलाई 2016 को अपने दो अन्य साथियों संग मारा गया था।
उसके बाद जाकिर मूसा ने दक्षिण कश्मीर में हिज्ब की कमान संभाली थी। जाकिर ने अप्रैल में पहली बार स्थानीय लोगों से वीडियो संदेश में कहा था कि हिंदुस्तान के खिलाफ जंग आजादी हासिल करने या पाकिस्तान के साथ विलय के लिए नहीं है। यह कश्मीर में इस्लाम की बहाली के लिए है। उसने हुर्रियत नेताओं की हत्या की धमकी भी दी थी। उसने अपने एक अन्य वीडियो में कहा था कि पाक में भी इस्लामिक राज नहीं है। हमें उसके लिए भी प्रयास करना है।