भागलपुर : आज तक सत्ता का उद्देश्य भ्रमजाल तक सीमित रहा है, क्योंकि अधिकांश राजनीतिज्ञों का वादा सदैव हवाई वादा ही साबित हुआ है। क्या नीतीश कुमार इसके अपवाद हैं? नीतीश कुमार के जन्मकुण्डली के अवलोकनोपरान्त तथा आकाश मंडल में दैनिक ग्रहों की स्थिति के विवेचनोपरान्त राष्ट्रीय सम्मान से अलंकृत व अखिल भारतीय स्तर पर ख्याति प्राप्त ज्योतिष योग शोध केन्द्रए बिहार के संस्थापक दैवज्ञ पं. आर. के. चौधरी भविष्यवेत्ता एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ ने विवेचनोपरान्त बताया कि नीतीश कुमार को राज्य सत्ता सुख से वंचित रहने का योग परिलक्षित हो रहा है।
लेकिन नीतीश जी के जन्मकुंडली में कई राजयोग विद्यमान हैं, जिसके फलस्वरूप नीतीश जी किसी न किसी महत्वपूर्ण पद पर रह सकते हैं। आने वाले समय में नीतीश कुमार केन्द्रीय मंत्रिमंडल में कोई महत्वपूर्ण पद पर आसीन हो जाय और बिहार की बाग.डोर को छोड़ दे तो ज्योतिर्विद्या के विषयानन्तर नहीं होगा।
कुल मिलाकर कहा जाय तो नीतीश जी कुछ उतार.चढ़ाव के साथ बिहार राज्य से दूरी बना लें। क्योंकि बिहार में कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा और राजनैतिक पराजय भी स्वीकार करनी पड़ेगी। लेकिन नीतीश जी के नेतृत्व में पार्टी को कुछ तात्कालिक लाभ भी होगा। अत: हमें यह देखना पड़ेगा कि नीतीश कुमार आगामी समस्या से कैसे निपटते हैं। लेकिन ज्योतिष विद्या के आलोक में यह स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहा है कि नीतीश जी को करना पड़ेगा संघर्ष का सामना।
24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए क्लिक करे।