पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संविधान प्रदत आरक्षण की व्यवस्था को लेकर इन दिनों हो रही राजनीति पर आज कड़े शब्दों में कहा कि धरती पर किसी में भी इतनी ताकत नहीं है कि वह आरक्षण को खत्म कर दे। श्री कुमार ने अम्बेडकर की 127 वीं जयंती पर यहां मौलाना मजहरूल हक सभागार में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डा.अम्बेडकर ने कमजोर तबके के लिए संविधान में आरक्षण की व्यवस्था की है उसे धरती पर ऐसी कोई ताकत नहीं है जो समाप्त कर दे। यह बिल्कुल ही असंभव बात है।
उन्होंने कहा कि अब नयी पीढ़ी के लोगों में भी डा.अम्बेडकर के प्रति आकर्षण पैदा हुआ है यह अच्छी बात है। मुख्यमंत्री ने कहा,‘हमलोगों का विचार, गांधी, जननायक कर्पूरी ठाकुर, लोहिया, जेपी और डा. अंबेडकर के विचार से प्रभावित रहा है। उनके विचारों को धरती पर उतारना पार्टी का संकल्प है।’उन्होंने कहा,‘ हम सत्ता की चिंता नहीं करते लोगों की चिंता करते हैं।
सत्ता रहे या जाये बुनियादी उसूलों से कभी समझौता ना किया ना ही करूंगा।‘ श्री कुमार ने कहा कि हर पार्टी के काम करने का अपना-अपना तरीका होता है। जदयू का अलग चरित्र है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग खूब भाषणबाजी करते हैं और दिन भर में दस बार बयान देते हैं। वे सोशल मीडिया पर भी पेशेवर लोगों के माध्यम से कुछ-कुछ ट्िवट कराते रहते हैं जिसे मीडिया में जगह भी मिलती है लेकिन जदयू का काम करने का तरीका अलग है।
पार्टी बयानबाजी में नहीं काम में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि किसी की प्रतिबद्धता किस चीज के प्रति है यह सबसे बड़ी बात है। जदयू बाबा साहेब के विचारों से प्रेरित है और उनके विचारों को जन-जन तक फैला रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह राजनीति में आने वाले तूफानों से डरते नहीं हैं।
ये सब आता रहा है और आता रहेगा। वह बिहार के विकास के लिए काम करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का मूल मंत्र ही न्याय के साथ विकास का है। उनकी सरकार ने न किसी के साथ किसी तरह का भेदभाव किया है और न कभी किसी को ऐसा करने देगी। इससे पूर्व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने ने कहा कि दलितों के साथ इतिहास में बेईमानी हुई है।
आरक्षण को भी खत्म करने की साजिश हो रही है लेकिन जब तक श्री कुमार रहेंगे तब तक वह आरक्षण को खत्म नहीं होने देंगे। उन्होंने बिना किसी का नाम लिये दलितों की राजनीति करने वाले नेताओं पर जमकर निशाना साधा और कहा कि कुछ लोग दलितों का हिमायती बनकर उन्हें ठगने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन दलित समाज ऐसे लोगों को पहचानता है।
कांग्रेस छोड़कर हाल ही में जदयू में आये पूर्व मंत्री डा.अशोक चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दलितों का हितैषी बताया और कहा कि नीतीश सरकार ने उनके कल्याण के लिए सबसे अधिक काम किया है। उनकी सरकार ने बजट में दलितों के लिए राशि 38 गुणा बढ़यी है। उन्होंने कहा कि विरोधी केवल भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। इसलिए दलित समाज को सचेत रहने की जरूरत है।
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