मुरैना : प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री रूस्तम सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायतों को ओडीएफ करायें, उन्हें ओडीएफ घोषित होने का प्रमाण पत्र प्रदान किया जा रहा है। इसे देखकर अन्य पंचायतें जो ओडीएफ घोषित नहीं हुई है उन्हे भी सीख लेने की जरूरत है।
ओडीएफ घोषित होने वाली पंचायतों में विकास की कमी नहीं रहने दूंगा। यह बात उन्होंने आज स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अन्तर्गत खुले से शौच मुक्त उत्सव समारोह मुरैना जनपद की ग्राम पंचायत नूरावाद के शा.मा.वि. में सम्बोधित करते हुये कही। इस अवसर पर मुरैना-श्योपुर सांसद अनूप मिश्रा,
कलेक्टर भास्कर लाक्षाकर, पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह, जिला पंचायत के जिला सीईओ सुश्री सोनिया मीणा, एसडीएम, जनपद सीईओ, तहसीलदार और ओडीएफ होने वाली ग्राम पंचायतों के 11 सरपंच व बड़ी संख्या ग्रामीण महिला पुरूष उपस्थित थे।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंह ने कहा कि मुरैना जनपद की बमरोली, जखोदा, लभनपुरा, मदनबसई, मितावली, नौगांव, नूरावाद, पारोली, रान्सू, सिलगिला और बिन्डवाक्वारी पंचायतों को आज ओडीएफ घोषित हुई है उनके सरपंचों को फूल माला व प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्माति किया गया है।
उन्होने कहा कि शेष पंचायतों है उन्हे भी जल्द ओडीएफ घोषित करायें और शौचालयों का उपयोग हो। उन्होंने कहा कि जो पंचायतें ओडीएफ होगी उन पंचायतों में विकास तेजी से होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुरैना श्योपुर के सांसद अनूप मिश्रा ने कहा कि जो पंचायतों ओडीएफ हुई उनके सरपंचों को सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान के प्राप्त करना ही काफी नहीं, लोग शौचालयों का उपयोग कराना भी जरूरी है।
ये सरपंच अपनी अपनी पंचायतों में देखें कि जो पंचायतों ओडीएफ हो चुकी है उन पंचायतों के लोगा शौचालया का शतप्रतिशत उपयोग करें । यह सभी सरपंच सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि व्यक्ति को खुद दृढ संकल्पित होना चाहिए कि साफ सफाई हमारे घर, गली, नाली, मोहल्ले में हो, इसके लिए हम सभी को प्रयास करने होंगे।
उन्होने कहा कि गोवर को इक्कठा न करें इसके लिए वर्मी काम्पोस्ट बनाये, तो स्वत: ही गांव साफ सुथर दिखने लगेंगे। कार्यक्रम के प्रारंभ में इसके पूर्व मंत्री व सांसद द्वारा सरस्वती व महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पूजा अर्चना की गई ।
कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री सोनिया मीणा ने कहा कि जिले में 478 पंचायतों में से अभी तक 197 पंचायतें ओडीएफ घोषित हो चुकीं है, जिनमें 298 गांव है जो ओडीएफ हो चुके है। पिछले दिनों तीव्रता से शौचालयों का निर्माण कराया गया है, जिससे 25 हजार शौचालयों का निर्माण और हुये है। कुछ ही दिनों में अन्य पंचायतों को ओडीएफ घोषित करा दिया जायेगा। कार्यक्रम का संचालन प्रमोद प्यासी ने किया। अंत में कार्यक्रम का आभार जिला समन्वयक कमल यादव ने किया।
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