विदिशा : राज्य सरकार के निर्देश पर जिले में दो दिवसीय सिविल सेवा दिवस का आयोजन किया जा रहा है। कलैक्ट्रेट सभा कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में सभी अधिकारियों को शामिल होना था,किन्तु अधिकांश अधिकारियों के न पहुंचने के कारण कलैक्ट्रेट के कर्मचारियों को ही कार्यशाला में बैठा कर कार्यशाला प्रारंभ की गई। कार्यशाला में अलग अलग विषयों पर वक्तव्य दिए जाने थे।
किन्तु अधिकारियों की अनुपस्थिति के कारण उपस्थितों ने ही योजनाओं की जानकारी दी। राज्यशासन के निर्देश के बाबजुुद भी अधिकारियों की लापरवाही के चलते सिविल सेवा दिवस औपचारिकता रहा। क्योकि ज्यादातर समय मौजूद अधिकारी मोबाईल में व्यस्त रहे।
कलेक्टर अनिल सुचारी ने अधिकारियों के लिए आहूत सिविल सेवा दिवस कार्यशाला में कहा कि नागरिकों को हम कैसे बेहतर सेवाएं दें पर आत्मचिन्तन कर उसमें सुधार करते हुए क्रियान्वयन करें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शासन का जो दायित्व उनके द्वारा निर्वहन किया जाना है उसे वे अपने बेहतर व्यवहार से अच्छी सेवाओं में पर्णित करें ,कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि वे अपने शासकीय कार्यो के प्रति समर्पण होकर जिम्मेदारी से समय सीमा में निर्वहन करें जिससे आमजनों के बीच उनकी लोकप्रियता स्वंयमेव प्रतिपादित होने लगती है।
उन्होंने शासकीय कार्यो में पूर्ण पारदर्शी भ्रष्टाचार विमुक्त कार्यप्रणाली परलिक्षित हो का अनुपालन करने पर जोर दिया। कलेक्टर ने कहा कि पदीय दायित्व का निर्वहन हम निस्वार्थ भावना से कर अच्छी सेवाएं देने वालो की श्रेणी में शामिल हो सकते है कि ओर मनन करें। जिला पंचायत सीईओ दीपक आर्य ने अधिकारियों को स्मरण कराया कि हमारी सेवाएं जनता के लिए है इस बात से हम भटके ना।
आमजनों के काम हम त्वरित करते है तो आत्म संतुष्टि आनंद की अनुभूति होती है। जिपं सीईओ आर्य ने जल संरक्षण के प्रबंधो, आवास गारंटी योजना के क्रियान्वयन पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण आज की सबसे बडा जरूरी कार्य है ताकि आने वाली पीढ़ी को हम प्रचुर जल संरचनाओं को विरासत में दें सकें। अपर कलेक्टर एचपी वर्मा ने उपार्जन कार्यो की महत्वता को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि चहुंओर विकास हो रहा है ऐसे समय गरीब तबका विकास से अछूता ना रहें। उनकी समस्याओं के निदान हेतु शासन द्वारा अनेक मंचो से निराकरण करने की कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया है। अपर कलेक्टर एचपी वर्मा ने कहा कि हम अच्छी सेवाएं समय अवधि में देकर हर रोज सिविल डे मना सकते है। अधिकारो के लिए हम लड़ते है किन्तु हम अपने कर्तव्य और दायित्व में ढीला रवैया अपनाने लगते है।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें।