कर्नाटक चुनावी रण के दौरान कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, बीएस येदियुरप्पा और भारतीय जनता पार्टी को छह पन्नों का कानूनी नोटिस भेज दिया है। इसमें उन्होंने आपराधिक और सिविल मानहानि का मुकदमा करने की चेतावनी दी है। बताया जा रहा है कि सिद्धारमैया बीजेपी नेताओं के चुनावी भाषणों के दौरान कांग्रेस सरकार पर लगाए गए आरोपों से काफी नाराज हैं। इस नोटिस में बीजेपी के राज्य में चुनावी विज्ञापन का हवाला दिया गया है।
सिद्धारमैया का आरोप है कि चुनावी फायदे के लिए उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। आपको याद दिला दें कि कर्नाटक के गडक में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने सोमवार को कहा था कि सिद्धारमैया सरकार भ्रष्टाचार का पर्याय है। सिद्धारमैया सरकार को 10% कमीशन वाली सरकार के रूप में जाना जाता है। शाह ने सिद्धारमैया की घड़ी पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह 40 लाख रुपए की घड़ी पहनते हैं। इससे पता चलता है कि वह कितने भ्रष्ट हैं।
उन्होंने कहा था कि सिद्धारमैया बताएं कि उन्हें 40 लाख की घड़ी किसने दी थी. ये घड़ी किसने दी क्यों दी। बीजेपी की तरफ से संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर गंभीर आरोप लगाए थे। बीजेपी का आरोप था कि 2013 में चीन में सिद्धारमैया ने विजय ईश्वरन नाम के उस कारोबारी से मुलाकात की थी जिसे भगौड़ा घोषित किया गया है और जिस पर लाखों लोगों को ठगने का आरोप है। इसके अलावा सिद्धारमैया से ये भी पूछा था कि वो जो चालीस लाख की घड़ी पहनते हैं वो उन्हें उसी कारोबारी से गिफ्ट में मिली थी?
बीजेपी का आरोप था कि विजय ईश्वरन चिटफंड कंपनी चलाता था और लोगों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गया था जबकि सिद्धारमैया की सरकार ने एफआईआर तक नहीं की। बीजेपी ने वो तमाम दस्तावेज भी मीडिया के सामने पेश किए थे जो विजय ईश्वरन पर आरोपों की कहानी बता रहे थे।
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