रांची में मदर टेरेसा की मिशनरी ऑफ चैरिटीज में बच्चो को बेचे जाने को लेकर गिरफ्तार सिस्टर कंसोलिया ने स्वीकार किया है कि उसने चैरिटीज के बालाश्रय से तीन बच्चों को पैसे लेकर बेचा और एक बच्चे को बिना पैसे लिए ही किसी को दे दिया। पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल करते हुए सिस्टर कंसोलिया ने कहा है कि उसने 50-50 हजार रुपयों में दो बच्चों को बेचा है जबकि एक बच्चे को 1 लाख 20 हजार रुपये में बेचा था। लेकिन एक अन्य बेचे गए बच्चे की पूरी जानकारी उसके पास नहीं है।
आपको बता दें कि पुलिस इस मामले में बेचे गए तीन बच्चों को पहले ही बरामद कर चुकी है। इसके विपरीत मिशनरी के बिशप इस मामले में सिस्टर का हाथ होने से इनकार कर रहे थे। इससे पूर्व रांची के नगर पुलिस अधीक्षक अमन कुमार ने बताया कि मिशनरी से बेचे गये चौथे बच्चे का अब तक पता नहीं चल सका है लिहाजा उसका पता लगाने और इस पूरे कांड में शामिल रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस ने सिस्टर कंसोलिया और इंदवार को कल शाम रिमांड पर लिया। इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ करने का आवेदन मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट स्वयंभू की अदालत में दिया गया था जो उन्होंने स्वीकार कर लिया।
कुमार ने बताया कि दोनों को पुलिस ने वैधानिक प्रक्रिया पूरी कर कल शाम रिमांड पर लिया था। पुलिस इस मामले में बेचे गये तीन बच्चों को पहले ही बरामद कर चुकी है। और एक अन्य बच्चे की तलाश जारी है। नन के कबूलनामे के अलावा एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें संस्था की एक कर्मचारी सिस्टर कोनसिलिया यह कबूल करते हुए नजर आ रही हैं कि उसने बच्चे बेचे हैं जबकि एक बच्चे को बिना पैसों के दिया था। सिस्टर कोनसिलिया ने वीडियो में यह भी कहा है कि बच्चा बेचने की बात उसने किसी को भी नहीं बताई थी और इस बारे में सिस्टर (हेड सिस्टर) को भी नहीं मालूम था।