अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की लताड़ और सैन्य मदद रोके जाने के बाद पाकिस्तान अब आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने को मजबूर हो गया है। पाकिस्तान ने मंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा (जेयूडी) को ब्लैक लिस्ट कर दिया है, साथ ही जेयूडी के ट्विटर अकाउंट को भी सस्पेंड कर दिया है। पाकिस्तान के गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ट्विटर के सस्पेंड अकाउंट्स की नई लिस्ट में जमात उद दावा का नाम भी शामिल है। साथ ही जेयूडी के सहयोगी संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) का भी ट्वीटर अकाउंट सस्पेंड हो गया है। एक्सप्रेस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने 72 ब्लैक लिस्टेड संस्थाओं की सूची जारी की, जिसमें जेयूडी और एफआईएफ का नाम भी शामिल है। यही नहीं, पाकिस्तान सरकार ने ब्लैक लिस्टेड संगठनों को चंदा देने वालों पर भी कार्रवाई की बात कही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लिस्ट में उल्लेख किए गए किसी भी ब्लैक लिस्टेड संगठनों को आर्थिक या अन्य सहायता देने और उन्हें बढ़ावा देने को भी एक अपराध माना जाएगा। इसलिए, लोगों को उन्हें दान देने से बचना चाहिए और संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट 1717 को करना चाहिए। शनिवार को पाकिस्तानी मंत्रालय ने ब्लैक लिस्टेड संगठनों की लिस्ट जारी की, जिसमें जमात उद दावा और फलाह-ए-इंसानियत का नाम भी शामिल है। ये लिस्ट पाकिस्तान सरकार द्वारा अंडरकवर काम कर रहे संगठनों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने के बाद जारी की गई है।
प्रतिबंध के बावजूद इन संगठनों को सामाजिक, राजनीतिक, कल्याण और धार्मिक गतिविधियों के लिए मिलने वाले फंड पर भी प्रतिबंध लगा दिया। यही नहीं, इस्लामाबाद पुलिस ने राजधानी में एफआईएफ का बैनर लहराने वाले लोगों के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की है। आतंकी संगठन जमात उद दावा पर पाकिस्तान ने ये कार्रवाई तब की जब अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता राशि पर रोक लगा दी है। ट्रंप प्रशासन ने बीते गुरुवार को साफ तौर पर कहा कि वो लगातार कहने के बाद भी पाकिस्तान द्वारा अपनी जमीन पर पनपने वाले आतंकी नेटवर्क पर कोई कार्रवाई न करने से वे निराश है। अमेरिका ने कहा था कि पाकिस्तान जब तक अपने यहां मौजूद हक्कानी नेटवर्क और अफगान तालिबान के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करता, यह रोक जारी रहेगी।
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