जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे 14 सितंबर को भारत दौरे पर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के बजाए गुजरात कि राजधानी गांधीनगर में जापानी प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे और वहीं द्विपक्षीय वार्ता भी होगी। जापान के प्रधानमंत्री का यह दौरा भारत के लिए काफी अहम माना जा रहा है। यही वजह है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आबे की यात्रा को लेकर काफी उत्साहित हैं। खास बात यह है कि जापान के पीएम की मेहमाननवाजी के लिए खासे इंतजाम किए जा रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो जापान के प्रधानमंत्री शिंजो की खातिरदारी का पूरा इंतजाम नई दिल्ली की बजाय गुजरात की राजधानी गांधीनगर में किया जाएगा। इसके लिए बाकायदा पारंपरिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। यह उसी तर्ज पर होगा, जैसाकि 2014 में चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग के भारत दौरे में किया गया था। खास बात यह है कि जिंगपिंग की वो यात्रा दोनों देशों के लिए काफी यादगार रही थी।
खबरों के अनुसार PM मोदी और शिंजो आबे गांधीनगर में वार्ता करेंगे और महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के लिए भूमि पूजन में भाग लेंगे, जिसे आमतौर पर बुलेट ट्रेन परियोजना के रूप में जाना जाता है। अनुमान है कि इस रेल परियोजना पर 98 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह पूरा समारोह शहर में साबरमती रेलवे स्टेशन के पास आयोजित किया जाएगा।
बता दे कि जापान ही एकमात्र प्रमुख देश था जिसने डोकलाम विवाद के दौरान डिप्लोमैटिक चैनलों के जरिए भारत और भूटान को अपना स्पष्ट समर्थन दिया था। तब भारत में जापान के राजदूत ने कहा था, ‘हम समझते हैं कि डोकलाम क्षेत्र में गतिरोध लगभग दो महीने तक चल रहा है। हमारा मानना है कि इससे पूरे क्षेत्र की स्थिरता प्रभावित हो सकती है, ऐसे में हम इस पर करीबी नजर बनाए हुए हैं।
वही आपको ये भी बता दे कि 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री का जन्मदिन है। इस दिन प्रधानमंत्री अपनी मां हीराबेन से मिलकर उनका आशीर्वाद ले सकते हैं।