देश का सबसे बड़े पीएनबी घोटाले का मास्टरमांइड मेहुल चोकसी अब भारत नहीं आयेगा, एंटीगुआ सरकार ने साफ तौर पर चोकसी को भारत भेजने से मना कर दिया। एंटीगुआ सरकार का कहना है कि उनकी भारत के साथ कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है। साथ ही एंटीगुआ ने नियमों के मुताबिक ही मेहुल चोकसी को नागरिकता दी है। ऐसे में उनको भारत प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा। भारत सरकार ने मेहुल चोकसी को लेकर एंटीगुआ प्रशासन से तीन रिक्वेस्ट की थी। जिनमें कहा था कि चोकसी को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया जाए उसका पासपोर्ट रद्द किया जाए और उसे भारत प्रत्यार्पण किया जाए।
इस पर एंटीगुआ प्रशासन ने भारत की रिक्वेस्ट को सिरे से नकार दिया है। सूत्रों ने बताया कि एंटीगुआ प्रशासन ने भारत को जो जवाब दिया है, उसमें साफ तौर पर सारा दोष भारत के सिर पर मढ दिया है। एंटीगुआ प्रशासन ने कहा है कि ना तो मेहुल चोकसी के खिलाफ अभी तक कोई रेड कार्नर नोटिस है और ना ही भारत ये साबित कर पाया है कि जिस दौरान चोकसी को एंटीगूआ की नागरिकता दी गई उस दौरान उसके खिलाफ कोई आपराधिक चार्ज पेंडिंग था।
एंटीगुआ प्रशासन ने साफ कहा है कि भारत ये साबित कर के दिखाए कि मेहुल चोकसी ने नागरिकता लेने के दौरान कोई गलत जानकारी दी थी। इसके बाद चोकसी के मामले में विचार किया जा सकता है अन्यथा चोकसी को किसी भी हालत में भारत नहीं भेजा जायेगा।