प्रद्युम्न हत्याकांड मामले में आज मनोहर लाल खट्टर ने सीबीआई जांच को हरी झंडी दे है। वही स्कूल को भी हरियाणा सरकार ने 3 महीने के लिए अपने अंडर में ले लिया है। बता दे कि रयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए 7 साल के मासूम प्रद्युमन की हत्या के बाद आज हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रद्युमन के माता-पिता से मुलाकात की। मनोहर लाल खट्टर को देखकर प्रद्युमन की मां ज्योति ठाकुर की आंख भर आई और वो रो-रो कर अपने बेटे के लिए न्याय की गुहार लगा रही थीं।
This case is handed over to CBI for investigation: Haryana CM ML Khattar on 7-year-old #Pradyuman murder pic.twitter.com/NVN7WWnkVY
— ANI (@ANI) September 15, 2017
प्रद्युम्न की शोक सभा में शामिल होने के लिए शुक्रवार को उसके घर पहुंचे खट्टर ने CBI जांच का ऐलान किया। वह प्रद्युम्न के माता-पिता से बात करते हुए भावुक भी हो गए। उन्होंने यह भी बताया कि रायन स्कूल प्रबंधन को 3 महीने के लिए प्रदेश सरकार ने टेकओवर कर लिया है।
Haryana CM ML Khattar meets mother of 7-year-old #Pradyuman who was killed in Gurugram’s #RyanInternationalSchool pic.twitter.com/2zMU4WbJXs
— ANI (@ANI) September 15, 2017
खट्टर ने कहा कि रायन स्कूल की घटना अतिनिंदनीय है। इससे लोगों में भारी रोष है। खट्टर ने कहा कि लोगों की मांग को देखते हुए सरकार सीबीआई जांच को तैयार है। शाम को जांच एजेंसी को इस संबंध में पत्र भेजा जाएगा।
वही मुख्यमंत्री के जाने के बाद मीडिया से प्रद्युम्न के पिता ने कहा कि उन्हें सरकार और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। उनकी लड़ाई स्कूल या उसके मालिकों से नहीं बल्कि स्कूल में बच्चों की सुरक्षा को लेकर है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अपनी बेटी को दोबारा उस स्कूल में भेजेंगे तो वो बोले कि अभी हमारा पूरा परिवार सदमे में है। वह ये भी देखेंगे कि क्या उनकी बेटी इसके लिए मानसिक रूप से तैयार है कि जिस स्कूल में तीन साल से वो अपने भाई के साथ जा रही थी अब जाना चाहती है या नहीं।
बता दे कि गुड़गांव में रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के बच्चे की गला रेतकर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में स्कूल बस के कंडक्टर को गिरफ्तार किया गया था। प्रद्युम्न नाम के इस बच्चें की बॉडी स्कूल के टॉयलेट में मिली थी। बच्चा दूसरी क्लास में पढ़ता था।
इस घटना ने पुरे देश को झकझोर कर दिया था। जिसमे प्रद्युम्न के माता पिता ने इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने को कहा था। जिसे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मान लिया है। और अब इस केस की जांच सीबीआई द्वारा करवाई जाएगी।