लुधियाना-अमृतसर : शिरोमणि गुरूद्धारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने देश के चर्चित सब टीवी चैनल पर चलने वाले हास्य व्यंगय सीरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में किरदार निभाने वाले रोशन सिंह सोढ़ी नाम के पात्र को 10वें पातशाह श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की तरह स्वांग पेश करने पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसके निर्माता समेत अन्य संबंधित टीवी चैनल द्वारा यह हरकत माफी योगय नहीं है।
शिरोमणि कमेटी के अमृतसर स्थित कार्यालय द्वारा जारी प्रैस विज्ञप्ति में प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने कहा है कि गुरू साहिबान का अभिनय करने की किसी भी व्यक्ति को इजाजत नहीं है। उनके मुताबिक इस घटना के साथ सिख धर्म की भावनाओं को गहरी चोट पहुंची है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी इसी चैनल द्वारा इस सीरियल की एक कड़ी में पहले भी सिख परंपराओं के विरूद्ध फिल्मांकन किया गया था, आज दोबारा फिर ऐसी घिनौनी हरकत करने से सिद्ध हुआ है कि इस टीवी के चैनल जानबूझकर किसी साजिश के तहत सिखों की भावनाओं को भड़काने का यत्न करने के साथ-साथ सिख धर्म पंरपरा को मीडिया द्वारा चोट पहुंचाई जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस चैनल में सिख किरपान और सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब की तस्वीर की भी बेअदबी की गई है। उन्होंन कहा कि इस चैनल के प्रबंधकों समेत सीरियल के निर्माता को अपनी ऐसी सिख धर्म विरोधी हरकत से बचना चाहिए। जिक्रयोग है कि हाल ही में सब टीवी पर एक कार्यक्रम के तहत रोशन सिंह सोढ़ी ने श्री गुरू गोबिंद सिंह जी का रूप धारण कर सिख हृदयों को चोट पहुंचाई है क्योंकि सिख धर्म में किसी भी विशेष व्यक्ति को सिख धर्म से जुड़े गुरूओं के रूप को धारण नहीं किया जा सकता। पहले भी एक कार्यक्रम के तहत श्री दरबार साहिब अमृतसर के माडल को मूर्तिपूजा करके दिखाया जा चुका है।
प्रो. बडूंगर ने दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की मांग करते हुए कहा कि इस संबंध में पड़ताल करने के लि ए एक विशेष कमेटी बना दी गई है। जिसमें शिरोमणि कमेटी के महासचिव भाई अमरजीत सिंह चावला, आंतरिक सदस्य सुरजीत सिंह बिटटेवंड, भाई राम सिंह, सदस्य गुरबचन सिंह करमूवाला और सचिव डॉ रूप सिंह को शामिल किया गया है।
शिरोमणि कमेटी के प्रधान ने इस संबंध में सब कमेटी की रिपोर्ट आने पर सख्त कार्यवाही किए जाने का इशारा किया है। उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि सब टीवी के विरूद्ध धार्मिक भावनाओं को भड़काने के तहत मामला दर्ज करके दोषियों को सख्त सजा दी जाएं, ताकि आगे से ऐसी घटनाओं को रोका जा सकें।
– सुनीलराय कामरेड