चंडीगढ़ : राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान पंजाब में विधानसभा परिसर में कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुआ। सबसे पहले मतदान करने वालों में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्रर सिंह और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू शामिल हैं। अब तक 115 से अधिक विधायक अपने वोट डाल चुके हैं। दो विधायकों ने अब तक वोट नहीं डाला है। इसके साथ ही दो विधायकों का वोट रद्द होने की संभावना है। इससे पहले सुबह मतदान से पूर्व कांग्रेस के विधायकों को श्री कैप्टन पंजाब भवन में ब्रेकफास्ट दिया।
मतदान में आम आदमी पार्टी में फूट का असर दिखाई दे सकता है। आप के विधायक एचएस फूलका ने वोट नहीं डाला। बताया जाता है कि वह दिल्ली में हैं। चुनाव में आम आदमी पार्टी ने मीरा कुमार के समर्थन का एलान किया है, लेकिन एचएस फूलका ने मीरा कुमार को वोट नहीं देने की घोषणा की थी। फूलका के साथ ही एक और विधायक ने अभी तक वोट नहीं डाला है।
वहीं लोक इंसाफ पार्टी के सिमरजीत सिंह बैंस को वोट को सीक्रेसी लीक करने के कारण रद्द कर दिया गया है। इसकी सूचना बैंस ने स्वयं पत्रकारों को दी। चुनाव ड्यटी दे रहे स्टाफ ने दोष लगाया कि बैंस ने मतपत्र को ठीक ढंग नहीं मोड़ा। इस कारण इनका मत रद्द कर दिया गया। इसके अलावा अकाली विधायक परमिंदर ढींडसा का पेन वोट डालते समय बैलट पेपर पर गिर गया। और निशान दूसरे प्रत्याशी मीरा कुमार पर लग गया। और उन्होंने नया मतपत्र मांगा जिसकी व्यवस्था नहीं है। इस कारण उनका वोट भी रद्द कर दिया गया।
श्री कैप्टन ने चुनाव से पहले रविवार को विधायकों के साथ डिनर रखा गया था, लेकिन इसे अंतिम समय में रद्द कर दिया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायकों को आज सुबह ब्रेकफास्ट दिया। इसके बाद विधायक मतदान के लिए विधानसभा पहुंचे। कैप्टन अमरिंदर सिंह सबसे पहले मतदान करने वालों में थे। राज्य के मंत्रियों नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत बादल, ब्रह्म मोहिंदरा, राणा गुरजीत सिंह सहित सभी मंत्रियों और कांग्रेस के विधायकों ने मतदान किया।
वहीं अकाली दल के सभी 15 विधायक व भाजपा के तीन विधायकों ने भी मतदान किया। पूर्व मु यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल भी मतदान करने में आगे रहे। उनके बाद अकाली दल और भाजपा के विधायकों ने अपने वोट डाले। विधानसभा में मतदान के लिए विधायक कतार में नजर आए। राज्य से किसी सांसद के पंजाब विधानसभा में मतदान नहीं किया। इन सांसदों ने दिल्ली में मतदान किया। मतदान के लिए पंजाब विधानसभा में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पूरे परिसर को सुरक्षा के कड़े घेरे में ले लिया गया और किसी को भी कड़ी जांच के बाद ही विधानसभा परिसर में जाने दिया गया।
– उमा शर्मा