लुधियाना-पठानकोट : पठानकोट के गांव समराला का एक और सैनिक भारत मां के लिए शहीद हो गया। पिछले दिनों जम्मू कश्मीर स्थित कुपवाड़ा में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम करते हुए जवान ने दुश्मन की गोलियों को सीने पर झेला था। इस दौरान घुसपैठिए अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाएं परंतु पिछले 10 दिनों के दौरान दिल्ली में जवान का इलाज चलता रहा। जानकारी अनुसार 28 आरआर बटालियन में बतौरे सिपाही तैनात सैनिक सुखदयाल सिंह पठानकोट के गांव समराला का रहने वाला है। उसकी शहीद होने की खबर सुनते ही परिवारिक सदस्यों में गमगीन माहौल है।
आसपास के दर्जनों गांवों के लोग शहीद के परिवार को आशवासन देने के लिए आ रहे है। शहीद की शादी पिछले साल पल्लवी नामक युवती के साथ हुई थी। पत्नी के गर्भवती होने पर डेढ़ महीने पहले ही सुखदयाल घर में छुटटी काटने आया था और छुटटी खत्म होने पर वापिस डयूटी पर चला गया। उसके डयूटी पर जाने के 4 दिन बाद ही उसकी पत्नी ने एक सुंदर बेटे को जन्म दिया। घर में नवजन्मे बच्ची की खुशी मनाई जा रही थी कि देर रात सुखदयाल के शहीद होने की खबर घर पहुंच गई।
सुखदयाल पिछले शनिवार को आतंकवादियों से लौहा लेते हुए गोली लगने से जख्मी हो गया था। शहीद की मां ने अश्रुभरे नेत्रों से बताया कि उसका सबसे छोटा बेटा जिगर का टुकड़ा था, वह बचपन से ही सेना में भर्ती होकर भारत मां की सेवा करने का जज्बा पाले हुए था। इस दौरान जब पल्लवी को पति के शहीद होने की खबर मिली तो वह अपने नवजन्में बच्चे को गले लगाकर बेसुध हो रही है। बहरहाल बुधवार को शहीद की मृत देह गांव पहुंचने की संभावना है, जहां अलगअलग सियासी पार्टियों से जुड़े नेताओं के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ सेना के अधिकारियों के पहुंचने की संभावनाएं है।
– सुनीलराय कामरेड