लुधियाना-मोगा : सात साल पुरानी सरकारी जायदाद की तोडफ़ोड़ और आगजनी के केस में डेरा सिरसा सच्चा सौदा से संबंधित कोर कमेटी के सक्रिय सदस्य महिंद्रपाल सिंह बिटटू सहित 9 डेरा प्रेमियों का पुलिस ने रिमांड खत्म होते ही भारी सुरक्षा प्रबंधों के तहत डयूटी मजिस्ट्रेट गुरबिंद्र सिंह जोहल की अदालत में पेश किया।
सूत्रों के मुताबिक 45 सदस्यीय कमेटी के नेता महिंद्रपाल सिंह बिटटू जिसे 2 हफते पहले ही हिमाचल से गिरफतार करके पंजाब लाया गया था, ने अपने समस्त जुर्म कबूल किए है। डीआईजी रणबीर सिंह खटटर के नेतृत्व में बनी पंजाब पुलिस की विशेष जांच टीम ने आज सीबीआई की डीआईजी रेंक के महिला अधिकारी के नेतृत्व में सीआईए मोगा में आरोपियों से बरगाड़ी कांड से संबंधित एकबार फिर कड़ाई से पूछताछ की।
पंजाब पुलिस की एसआईटी में एसपी हरप्रीत सिंह सोहल, डीएसपी विक्की विंड, सुलखन सिंह, इंस्पेक्टर दलबीर सिंह, इंचार्ज सीआइए स्टाफ सरहंद, एसआई इकबाल हुसैन और एएसआई हरप्रीत सिंह शामिल है, ने भी भारी सुरक्षा बंदोबस्त के तहत बाद दोपहर बिटटू के अदालत में बयान कलमबंद करवाएं। सूत्रों के मुताबिक गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरूघर में 3 साल पहले 1 जून 2015 को श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी का स्वरूप डेरा प्रेमी सुखजिंद्र सिंह और सन्नी समेत रणदीप सिंह उर्फ नीला ने चोरी किया था। इस पश्चात मोटर साइकिल पर गांव जवाहर सिंह वाला में वह पहुंचे थे, और बाकी आधा दर्जन के करीब आरोपी डेरा प्रेमियों ने उनका साथ दिया था।
पुलिस ने आरोपियों से गांव जवाहर सिंह वाला को आने-जाने वाले तमाम रास्तों की निशानदेही करवाई। अब सीबीआई टीम किसी भी वक्त डेरा प्रेमियों का प्रोडेक्शन वारंट लेकर कभी भी पूछताछ कर सकती है। सूत्रों ने यह भी बताया कि गिरफतार डेरा प्रेमियों ने पुलिस रिमांड में कई अहम खुलासे किए है। उनका दावा है कि सिख प्रचारक भाई मांझी के गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला में लगे दीवान से प्रभावित होकर समस्त डेरा प्रेमी इलाका छोडऩे लगे थे, जिस कारण यह साजिश रची गई थी।
– सुनीलराय कामरेड
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