लुधियाना : सुफियां चौक स्थित मुश्ताक गंज की एर्मसन पालिमर फैक्टरी आगजनी व बिल्डिंग धवस्त मामले में मुखयमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा दिये आदेशों के बाद डिविजनल कमिश्नर पटियाला वीके मीना ने आज बुधवार को हादसे की जांच शुरू कर दी। जिसके तहत कमिश्नर मीना आज हादसा स्थल पर पहुंचे तथा हादसे में घायल हुए मरीजों का सीएमसी अस्पताल में पहुंचकर हाल जाना।
इस संबंधी डिप्टी कमिश्नर दफतर में उच्चाधिकारियों से मीटिंग करते हुए कमिश्नर मीना ने अधिकारियों को अलग अलग हिदायतें जारी की। उन्होंने नगर निगम से जमींदोज हुई इमारत के हाउस/प्रापर्टी टैक्स/बिल्डिंग प्लान/सीवरेज व वाटर सप्लाई संबंधी रिकार्ड व रजिस्टेशन से संबंधित अन्य रिकार्ड रिपोर्ट सहित मांगे। इसके अलावा इंडस्ट्री डिपार्टमेंट से अलाटमेंट पत्र व बिल्डिंग प्लान संबंधी रिपोर्ट मांगी गई। पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को कहा गया कि वह विभाग द्वारा जारी एनओसी व मंजूरी पत्र पेश करे। इसी प्रकार फैक्टरी विभाग व श्रम विभाग से भी इमारत के लिए जारी एनओसी , रजिस्टे्रशन सर्टीफिकेट, पुलिस विभाग से इस संबंधी एफआईआर की कॉपी, फायर विभाग से एनओसी सर्टीफिकेट के साथ अब तक इमारत की हुई इस्पेक्शन संबंधी रिपोर्ट, बिजली विभाग से बिजली के कनेक्शन व उसके लोड संबंधी रिपोर्ट, कर एवं आबकारी विभाग से रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट व टैक्स संबंधी विवरण मांगे।
कमिश्नर मीणा ने कहा कि इस को बिल्कुल जमीनी स्तर पर किया जाएगा। इसके लिए वह इमारत में फायर बुझा रहे फायर मैनों से घटना की पूरी जानकारी लेंगे तथा आग लगने पर भीतर की स्थिति का पता करेंगे तथा इसके लिए उनके साथ विशेष मीटिंग जल्द करेंगे। इस फैक्टरी में असल में क्या धंधा चलता था तथा क्या उत्पादन किया जाता था, इसके लिए तथ्य जानने के लिए समय समय पर इंस्पेक्शन करने वाले विभागों से बात की जाएगी। उन्होंने राहत कार्यां में जुटे अधिकारियों को कहा कि इमारत के मलबे के नमूने लेकर जांच के लिए फौरेंसिक लैब में भेजा जाए ताकि पचा लग सके कि आग लगने के बाद बिल्डिंग में किस प्रकार का धमाका हुआ। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि इमारत में ऐसे कैमिकल हो, जो गैर कानूनी व नियमों के उल्ट स्टोर करके रखे हो। इससे पहले घटना वाले स्थान पर पत्रकारों से बातचीत में कमिश्नर मीणा ने कहा कि इस दर्दनाक हादसे के हर पहलू की जांच की जाएगी तथा यह देखा जाएगा कि कैमिकल को स्टोर करके फैक्टरी मालिकों ने कोई उल्लंघन तो नहीं किया। इसके अलावा निर्माण के दौरान किए गए उल्लंघन का भी पता लगाया जाएगा। उन्होंने जिला अर्थाटी से राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये तथा परिवार वालों को भरोसा दिलाया कि मलबे के नीचे दबे लोगों को ढूंढने की कोशिश में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि विगत दिवस सीएम कैप्टन अमरेंद्र ङ्क्षसह ने घटना स्थल के दौरे के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि हादसे के संबंध में लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर कडी कार्रवाई की जाएगी। यदि घटना के लिए मालिक जिममेदार पाया जाता है तो कानून मुताबिक पुरे नुकसान व राहत कार्यों के खर्च की भरपाई फैक्टरी मालिक से वसूलने की सिफारिश की जाएगी। इससे पहले कमिश्नर ने डिप्टी कमिश्रर व डीसीपी से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
– सुनीलराय कामरेड