लुधियाना : लुधियाना विजिलेंस ब्यूरो ने पुलिस स्टेशन डिवीजन न. 5 में तैनात सब सहायक इंस्पेक्टर राजिंद्र कुमार को 15 हजार रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफतार किया है। उपरोक्त सहायक सब इंस्पेक्टर ने यह रिश्वत गांव पागलिया के गुरबख्श सिंह से उसके खिलाफ दर्ज मामले में मदद करने के लिए हासिल किए थे, इसकी जानकारी डीएसपी जसविंद्र सिंह ने दी।
इस संबंधी जानकारी देते हुए ब्यूरो के एसएसपी रूपिंदर सिंह ने बताया कि उनके पास गुरबखश सिंह निवासी साहनेवाल ने शिकायत दी थी कि आरोपी उस पर दर्ज केस में और पुलिस रिमांड न लेने के बदले पहले पांच हजार रूपये 2 जुलाई को ले चुका है तथा अब और पंद्रह हजार रूपये मांग रहा है। जिस पर गवाहों की हाजिरी में विजिलैंस की टीम ने थाना नंबर पांच के एएसआई राजिंदर कुमार को पंद्रह हजार रूपये रिश्वत लेते हुए काबू कर लिया।
उधर आज लुधियाना में ही विजिलेंस ब्यूरों द्वारा औद्योगिक विभाग के अधिकारी द्वारा रिश्वत लेते गिरफतार किया है। लुधियाना विजिलेस ब्यूरों ने इंडस्ट्री महकमे के एक अधिकारी को 25 हजार रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफतार किया। इस संबंध में डीएसपी विजिलेंस जसविंद्र सिंह ने बताया कि उक्त कथित दोषी ने यह रिश्वत अवतार ट्रांसपोर्ट के मालिक महिंद्र सिंह से ली थी।
उन्होंने बताया कि कथित दोषी पिछले कई दिनों से महिंद्र सिंह का पत्थर का कारोबार है, को तंग और परेशान कर रहा था। आज उसी सिलसिले में उक्त अधिकारी जोकि जनरल मैनेजर कम माइनिंग अफसर के तौर पर लुधियाना में तैनात है, जिसकी पहचान तकनीकी सहायक कुलदीप सिंह के तौर पर हुई है, को रंगे हाथों पुलिस ने गिरफतार किया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरों के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी कुलदीप सिंह को महिंद्र सिंह की शिकायत पर विजिलेंस ब्यूरों ने रंगे हाथों गिरफतार किया है। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरों को अपनी शिकायत में बताया कि उसका पत्थरों से भरा टिप्पर-ट्रक छोडऩे के बदले उक्त जेटीए द्वारा 25 हजार रूपए की मांग रखी गई थी। विजिलेंस द्वारा दोषों की जांच पड़ताल उपरांत जेईए को दो सरकारी गवाहों की उपस्थिति में रकम समेत काबू किया गया है।
– सुनीलराय कामरेड