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मंगेतर ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर सिपाही सतनाम को उतारा मौत के घाट

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लुधियाना- जगराओं : आई.टी.बी.पी. के सिपाही सतनाम सिंह के अंधे कत्ल की गुत्थी का पर्दा उठाते हुए पुलिस ने उसके मंगेेतर और अन्य दो साथियों को गिरफतार किया है। इसका खुलासा डीआईजी लुधियाना गुरशरण सिंह और एसएसपी सुरजीत सिंह ने जगराओं में पत्रकारों से वार्तालाप के दौरान किया।

शनिवार को सुबह नहर पुल अखाडा पर कत्ल कर फेंके गए युवक आईटीबीपी के सिपाही सतनाम सिंह पुत्र हरबंस सिंह निवासी गांव भागोके जिला फिरोजपुर के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने एक सप्ताह के अंदर ही हल करने का दावा करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर कत्ल में उपयोग किए गए लोहे के तेजधार के दो दात्र बरामद किए। सतनाम सिंह का कत्ल उसकी ही मंगेतर ने अपने प्रेमी के साथ साजिश के तहत करवाया। इस संबध में प्रेस वार्ता में डीआईजी गुरशरन सिंह संधू और एसएसपी सुरजीत सिंह ने बताया कि नहर के किनारे अज्ञात शव मिलने पर मामले की जांच के लिए एसपी डी रुपिंद्र भारद्वाज, डीएसपी डी सतनाम सिह, डीएसपी कंवरपाल सिंह, डीएसपी एच सर्बजीत सिंह, थाना हठूर के प्रभारी राजेश शर्मा और सीआईए प्रभारी जरनैल सिंह की टीम ने इस मामले को हल करने में सफलता हसिल की।

जांच दौरान मृत्क की पहचान होने के बाद उसके मोबाइल फोन की कांल ट्रेस करने पर प्रदीप सिंह पुत्र जरनैल सिंह निवासी गांव भंमीपुरा और मृत्क की मंगेतर राजविंद्र कौर निवासी गांव आलेवाला के साथ बातचीत हुई सामने आई। इन लोगों को पूछ ताछ की गई तो सारी कहानी का सच सामने आ गया और इन लोगों ने सतनाम सिंह का कत्ल करने का जुर्म भी कबूल कर लिया। पुलिस ने इस मामले में मृत्क की मंगेतर राजविंद्र कौर, उसके प्रेमी प्रदीप सिंह निवासी गांव भंमीपुरा, और एक नाबालग लडके को गिरफ्तार र लिया है। इनसे मृत्क सतनाम सिंह का बैग और कत्ल में उपयोग किए गए दाह बरामद कर लिए हैं।

पवित्र रिशते हुए तार-तार-आईटीबीपी के सिपाही सतनाम सिंह का कत्ल उसीकी मंगेतर राजविंद्र कौर ने इस लिए करवाया क्योंकि सतनाम सिंह से मंगनी होने से पहले ही उसके संबध अपने ही मामा के लडके प्रदीप सिंह निवासी भंमीपुरा के साथ बने हुए थे। वह दोनों नहीं चाहते थे कि राजविंद्र की शादी सताम सिंह के साथ हो जाए। इसके लिए उन्होमे साजिश के तहत सतनाम सिंह का कत्ल कर डाला।
एसे दिया वारदात को अंजाम-जब सतनाम सिंह डयूटी से छुट्टी पर आया हुआ था तो 21 सितबर को प्रदीप सिह ने उसे जगराओं यह कह कर बुलाया कि उसने फौज में भरती होना है इस लिए उसके साथ जरुरी सलाह करनी है।

सतनाम उनके कहने पर बस से जगराओं आ गया। जगराओं में उसे प्रदीप सिंह और एक 17 वर्ष का उसका साथी उसे मिले और उन्होने सतनाम सिह को जूस में नशीली दवा डाल कर पिलाई। उस समय उनके पास एक पिठ्ठू बैग था जिसमें उन्होने एक पानी की बोतल और दाह साथ रखे हुए थे। जूस में नशीली दवा पिला कर वह सतनाम के अर्ध बेहोश होने का इंतजार करने लगे और उसे अपने मोटरसाइकिल अपाची पर बिठा कर शहर के चक्कर लगाने लगे। इसी दौरान सतनाम ने कहा कि उसने लुधियाना जाना है तो वह उसे लेकर बस स्टेंड चले गए। वहां माटरसाइकिल खड़ा कर उसी के साथ बस में बैठकर लुधियाना चले गए। लुधियाना पहुंच कर सतनाम सिंह को घबराहट होने लगी और उसने उल्टी कर दी तो यह उसे वापिस जगराओं ले आए और बस अड्डे से अपना मोटरसाइकिल लेकर उस पर बिठा उक्त घटनास्थल जहां पर कत्ल किया गया वहां ले आए।

पहले नहर में फेंकने की थी योजना-डीआईजी गुरशरन सिंह संधू ने बताया कि प्रदीप सिंह अपने साथी के साथ जब सतनाम को नहर के किनारे ले आए तो उसने कहा कि तुझे घबराहट हो रही है इस लिए नहर में नहा लेते हैं। वहां मोटरसाइकिल रोक कर सतनाम सिंह और प्रदीप नहर में नहाने लगे। इसी दौरान प्रदीप इस मौके की तलाश में रहा कि वह सतनाम को नहर में धक्का दे नहर में फेंक दे लेकिन उसे मौका नहीं मिला और सतनाम नहर से बाहर निकल आया। सतनाम को नशीली दवाई का नशा हो चुका था। इन्होने उसे बृक्ष के नीचे बिठा दिया। वहां पीछे से प्रदीप ने दाह से उसकी गर्दन पर वार कर दिया लेकिन वहां घायल होकर गिरने की बजाए सतनाम ने उसके साथ मुकाबला शुरु कर दिया लेकिन ज्यादा समय वह प्रदीप के सामने ठहर नहीं सका तो कुछ दूरी पर उस पर इन्होने ताबडतोड हमले कर उसे मौत के घाट उतार दिया और शव वही छोड कर अपने घर को चले गए।

– सुनीलराय कामरेड

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