लुधियाना-अमृतसर, : निहंग सिंह जत्थेबंदी दशमेश तरना दल गुरुद्वारा बाबा बीर सिंह जी रंगरेटा के सदस्यों (निहंग जत्थेबंदी) और सत्कार कमेटी के सदस्यों में दोपहर तीन बजे गुरु नानक देव अस्पताल में खूनी टकराव हुआ। वारदात में दोनों पक्षों के आधा दर्जन लोगों के घायल होने की सूचना है। बताया जा रहा है जब दोनों पक्षों के सदस्यों ने तेजधार हथियारों से एक-दूसरे पर वार किए तो अस्पताल में मौजूद मरीजों ने भागकर अपनी जान बचाई। तरना दल के रंजीत सिंह भिट्टेवड्ढ और मंजीत ङ्क्षसह गुरु नानक देव अस्पताल में दाखिल हैं। जबकि सत्कार कमेटी के सदस्यों को किसी निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
घटना के बारे में पता चलते ही डीसीपी अमरीक सिंह पवार भारी पुलिस बल के साथ गुरु नानक देव अस्पताल में पहुंचे। डीसीपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपित पाए जाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
तरना दल के जत्थेदार नारायण सिंह और मेजर सिंह ने आरोप लगाया कि सत्कार कमेटी के कुछ सदस्य अब निहंग जत्थेबंदियों को बदनाम करने के लिए प्रचार कर रहे हैं। इसके विरोध में उन्होंने सत्कार कमेटी के सदस्यों के साथ बैठकर बात करने पर सहमति जताई थी। इसके बाद समय तय किया गया था कि लोपोके के पास एक स्थान पर दोनों जत्थेबंदियों के सदस्य आपस में बैठकर विचार कर लेंगे। बाबा नारायण ङ्क्षसह ने बताया कि कल शाम तरना दल के सदस्य लोपोके के पास एकत्र हो रहे थे।
आरोप है कि सत्कार कमेटी के सदस्यों ने वहीं रंजीत सिंह पर तेजधार हथियारों से हमला कर जख्मी कर दिया। रंजीत सिंह को गुरु नानक देव अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। आज सुबह डाक्टरों ने रंजीत सिंह (निहंग) को वार्ड नंबर 7 में रैफर कर दिया था। बाबा नारायण सिंह ने आरोप लगाया कि सत्कार कमेटी के 25-30 हथियारबंद सदस्य चुपके से गुरु नानक देव अस्पताल में घुसे और हमला कर दिया।
कमेटी के सदस्य वार्ड नंबर 7 तक पहुंच गए। जहां पर रंजीत सिंह को दाखिल करवाया गया था। उन्होंने पहले से घायल रंजीत सिंह पर तेजधार हथियारों से हमला गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। जब तरना दल के सदस्यों ने बचाव करना चाहा तो दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष शुरू हो गया। जत्थेबंदियों के सदस्यों ने वार्ड के बेड पलट दिए। जिससे वहां दाखिल मरीजों ने भागकर अपनी जान बचाई। इसके बाद संघर्ष गुरु नानक देव अस्पताल की इमरजेंसी के बाद भी हुआ।
इस दौरान तरना दल के मंजीत सिंह को बुरी तरह से काट दिया गया। घटना के बाद अस्पताल में दहशत का माहौल था। मरीजों ने भी खूनी संघर्ष की कहानी पुलिस अधिकारियों को बताई। मजीठा रोड थाना प्रभारी प्रेमपाल ने बताया कि सत्कार कमेटी के दो सदस्य किसी निजी अस्पताल में दाखिल हैं। जांच की जा रही है।
– सुनीलराय कामरेड