लुधियाना-तलवंडीसाबो : पंजाब की तलवंडी विधानसभा से आम आदमी पार्टी की विधायिका बलजिंद्र कौर को दोहरे वोट मामले में आरोपी पाया गया है। पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान बलजिंद्र कौर के खिलाफ शिकायत की गई थी। तलवंडी साबो के एसडीएम ने जिला चुनाव अधिकारी को भेजी ताजा रिपोर्ट में बलजिंद्र कौर को 2 बार वोट बनवाने और चुनाव कमीशन को गलत जानकारी देने का दोषी माना है। यह रिपोर्ट 8 फरवरी 2018 को सौंपी गई थी। अब इस रिपोर्ट के निर्णय के पश्चात आम आदमी पार्टी की महिला विधायक की मुश्कि ले बढ़ सकती है। हालांकि दूसरी तरफ आप विधायक बलजिदं्र कौर का कहना है कि यह सब कुछ सियासी तौर पर आम आदमी पार्टी को बदनाम करने के लिए एक सोची-समझी साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। उन्होंने चुनाव कमीशन को इस पर पुन: जांच करने के लिए कहा है। गौरतलब है कि आरटीआई कार्यकर्ता और आम आदमी पार्टी का हिस्सा रहें हरमिलाप ग्रेवाल द्वारा की गई शिकायत के उपरांत कार्यवाही करते हुए चुनाव कमीशन ने जिला चुनाव अधिकारी को जांच के हुकम दिए थे। इसकी जांच तलवंडी साबो के एसडीएम द्वारा की गई थी।
क्या है पूरा मामला :
हर मिलाप ग्रेवाल के मुताबिक बलजिंद्र कौर ने उनके ही गांव जगराम तीर्थ के अमरजीत सिंह ने 1997 में गोद लिया था, उससे 3 साल पश्चात 2002 में अमरजीत सिंह की मौत हो गई और मौत के 3 साल बाद ही 18 नवंबर 2005 को बलजिंद्र कौर ने अपनी प्रथम वोट बनवाई थी। इसमें उसने अपने सही पिता दर्शन सिंह के बजाय अमरजीत सिंह का नाम लिखा था, जिसने उसको गोद में लिया था। इसके बाद 2007 में अमरजीत सिंह की जमीन-जायदाद पर दावेदारी पेश करते हुए बलजिंद्र कौर ने अदालत में हलफनामा दाखिल करते हुए अपने गोद लेने की प्रक्रिया बताई थी और इसके बाद भी उसने स्वयं को अमरजीत कौर की गोद ली हुई बेटी ही बताया था। अमरजीत की ग्रेजुटी में 50 हजार के करीब रकम भी निकाली गई थी।
इसके बाद पता लगा कि अमरजीत सिंह ने अपनी मौत से पहले एक वसीयत के जरिए अपने भतीजे चरणजीव के नाम की थी। इसके बाद 2011 में चरणजीव और बलजिंद्र कौर का आपसी समझौता हो गया और इस राजीनामे के तहत 3 महीने बाद 22 जून 2011 में बलजिंद्र कौर ने बिना पहली वोट कटवाएं दूसरी वोट अपने असल पिता दर्शन सिंह की बेटी के तौर पर बनवाई और इसी वोट के आधार पर बलजिंद्र कौर ने 2014 का चुनाव लड़ा था। उस वक्त बलजिंद्र कौर के विरोधी और पंजाबी गायक बलकार सिद्धू द्वारा शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी कि बलजिंद्र कौर ने दोहरी वोट बनवा रखी है। इस पर कार्यवाही करते हुए रिटर्निंग अधिकारी ने 13 अगस्त 2014 को जिला चुनाव अधिकारी एवं डिप्टी कमीश्रर को लिखकर भेजा था कि वह बलजिंद्र कौर के जवाब से संतुष्ट नहीं। इसके ठीक हफते पश्चात 21 अगस्त 2014 को चुनाव हो गए और फैसला ठंडे बस्ते में पड़ गया।
2017 के विधानसभा चुनावों में यह मुददा फिर उठा परंतु रिटर्निग अधिकारी का जवाब था कि इस मामले से पहले ही चुनाव के लिए फैसला लिया जा चुका है। जबकि उस वक्त कार्यवाही नहीं हुई थी। इस पूरे मामले पर अगस्त 2017 में आरटीआई कार्यकर्ता और आप का हिस्सा रहे हरमिलाप ग्रेवाल ने एक अपील के जरिए राज्य चुनाव कमीशन, भारत चुनाव कमीशन, मुख्यमंत्री पंजाब और विधानसभा स्पीकर को इस मुददे पर जांच करने के लिए मांग की थी। इस उपरांत कार्यवाही करते हुए चुनाव कमीशन ने बठिण्डा के जिला चुनाव अधिकारी को जांच के हुकम दिए थे और उस जांच में बलजिंद्र कौर को दोहरे वोट बनवाने और जांच दौरान झूठ बोलने का दोषी पाया गया अब शिकायतकर्ता ने मांग की है कि बलजिंद्र कौर को विधायक पद से हटाया जाएं और अब तक दिए गए उसके सभी भते वापिस लिए जाएं।
– सुनीलराय कामरेड
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