लुधियाना-गुरदासपुर : भारत-पाकिस्तान सरहदी जिले गुरदासपुर में एक ठेकेदार से पिस्तौल की नोंक पर कार छीनने की खबर मिली है। ठेकेदार गुरदासपुर से कलांनौर जा रहा था। जबकि दूसरी तरफ इसी जिले के सीमावर्ती इलाके स्थित इतिहासिक कस्बा कलानौर में डेरा बाबा डिफेंस मार्ग पर स्थित टैक्सी स्टैंड के एक चालक को हरे रंग का गुब्बारा प्राप्त हुआ है। जोकि पाकिस्तान से आया बताया जा रहा है। गुब्बारे पर जश्रे-आजादी उर्दू भाषा में लिखा हुआ है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।
जानकारी अनुसार गुरदासपुर के कस्बा कलानौर में देर रात सत्संग घर डेरा ब्यास के नजदीक शविफ्ट कार में आए तीन हथियार बंद लोगों ने गांव भुंभली के वासी ठेकेदार अमरीक सिंह से पिस्तौल की नोक पर जैटा कार छीन कर फरार हो गए वही पुलिस ने घटना स्थल का जायजा ले कर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है वही डेरा बाबा नानक में हाई अलर्ट के चलते पुलिस कलानौर में भी हाई अलर्ट कर वाहनों की चैकिंग की जा रही है।
वही घटना की जानकारी देते हुए एस एच ओ राजबीर सिंह ने बताया कि देर रात ठेकेदार अमरीक सिंह वासी भुंभली अपनी गाड़ी जैटा नबर बहन को मिलने के लिए गांव अगवान जा रहा था, जब वह सत्संग घर डेरा ब्यास के नजदीक पंहुचा तो शविफ्ट कार में आए तीन हथियार बंद लोगों ने उसकी गाड़ी को रोक कर पिस्तौल की नोक पर गाड़ी छीन कर फिर दोनों गाडिय़ों को लेकर गुरदासपुर की ओर चले गए। घटना स्थल का जायजा ले कर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और वाहनों की चैकिंग की जा रही है।
वही इस मामले में ठेकेदार अमरीक सिंह ने बताया कि वह गुरदासपुर से गांव अगवान अपनी बहन से मिलने के लिए जा रहा था जब वह सत्संग घऱ डेरा ब्यास के नजदीक पंहुचा तो शविफ्ट कार में पीछेे से आए तीन हथियार बंद लोगों ने उसकी गाड़ी को रोक कर पिस्तौल की नोक पर गाड़ी छीन कर फिर दोनों गाडिय़ों को लेकर गुरदासपुर की ओर चले गए।
उधर सीमावर्ती क्षेत्र कलानौर में एक टैक्सी ड्राइवर को सड़क किनारे हरे रंग का रात को बैलून मिला है। सुबह देखने पर उसपर उर्दू भाषा में कुछ अंकित था, जिसे जाचने उपरांत पता चला कि उस पाकिस्तानी गुब्बारे पर जश्रे-आजादी उकेरा था। फिलहाल टैक्सी चालक भजन सिंह ने पुलिस को इस संबंध में सूचित कर दिया है और पुलिस इस मामले की तफतीश में जुटी है कि गुब्बारा यहां कैसे आया, कही यह संकेतिक तौर पर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का अपने सूत्रों को कोई संदेश तो नही।
– सुनीलराय कामरेड