लुधियाना-अमृतसर : भारत-पाकिस्तान की पंजाब सरहद पर बसे गुरू की नगरी के नाम से विख्यात श्री अमृतसर स्थित श्री दरबार साहिब में शिरेामणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अडिय़ल रवैये और बेरूखी के खिलाफ श्री अकाल तख्त साहिब परिसर में अखंड पाठी सिंहों द्वारा पहली बार एक दिन की संकेतिक हड़ताल के पश्चात एसजीपीसी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने उनकी समस्त मांगों को मंजूर कर लिया। एसजीपीसी प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर द्वारा कमेटी के आंतरिक सदस्यों से बातचीत करने उपरांत अखंड पाठी सिंहों द्वारा रखी गई मांगों को परवान कर लिया गया।
इस मामले में आंतरिक कमेटी की बैठक में विचार किया जाना था परंतु बैठक की तारीख आगे पड़ जाने के कारण आंतरिक कमेटी की मंजूरी उपरांत सभी मांगों को मान लिया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले संबंधित एक सब कमेटी गठित की गई थी, जिसकी रिपोर्ट अनुसार कार्यवाही को व्यवहार में लाया गया है। शिरोमणि कमेटी प्रधान प्रो. बडूंगर ने कहा कि अखंड पाठी सिंह सिख कौम की जिम्मेवार और सत्कारयोग श्रेणी है, जिस कारण उनके द्वारा रखी गई मांगों को विचार करने उपरांत मान लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पाठी सिंहों ने कुछ वक्त पहले अपनी चिरपरिचित मांगों को लेकर श्रद्धालुओं द्वारा दरबार साहिब में रखवाएं जाने वाले श्री अखंड पाठ साहिब के शुभ आरंभ करने से इंकार कर दिया था।
इसमें पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल द्वारा करवाए जाने वाले पाठ भी शामिल थे। ऐसा श्री हरिमंदिर साहिब के इतिहास में पहली बार हुआ था और यह घटना देश-विदेश में चर्चा का विषय बनी थी।
– सुनीलराय कामरेड