लुधियाना-अमृतसर : गुरू की नगरी के नाम से विख्यात अमृतसर स्थित हरिमंदिर साहिब समूह में अलग-अलग स्थानों पर होते रहने वाले श्री अखंड पाठ साहिब जी के ‘ पाठी-सिंहों ‘ के संघर्षशील संगठन द्वारा आज अचानक अपनी अधिकारों से संबंधित मांगों के संबंध में हड़ताल पर चले गए, जिस कारण आज बहुत से श्री अखंड पाठ साहिब आरंभ नहीं हो सकें। शिरोमणि कमेटी के सूत्रों के मुताबिक बातचीत हो चुकी है और कल साकारात्मक नतीजे आते ही श्री अखंड पाठ साहिब आरंभ हो जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक कई दशकों से अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए संघर्षशील रहें शिरोमणि कमेटी प्रबंधों के अधीन गुरूधामों के अखंड पाठी साहिबान ने आज सोमवार को उस वक्त हड़ताल की घोषणा कर दी जिस वक्त पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, अपनी केंद्रीय मंत्री पत्नी हरिसिमरत कौर बादल के साथ दरबार साहिब में परिवार के लिए रखे क्रमवार- पाठ के लिए आए हुए थे। गं्रंथियों द्वारा मांगों पर हमदर्दी से विचार करने की बजाए शिरोमणि कमेटी बादल के प्रधान स. सुखबीर सिंह बादल और उनकी धर्मपत्नी बीबी हरसिमरत कौर बादल, शिरोमणि कमेटी सदस्य भाई रामसिंह ने गं्रथियों द्वारा धरना देने की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि दरबार साहिब शांति का प्रतीक है। जहां ग्रंथियों ने रोष प्रदर्शन करके बड़ी गलती करते हुए मर्यादा की उल्लंघना की है।
सूत्रों के मुताबिक श्री दरबार साहिब कोम्पलैक्स में ही दो दर्जन से ज्यादा अखंड पाठ आज आरंभ नहीं हो सकें। इस हड़ताल का असर गुरूद्वारा शहीद गंज बाबा दीप सिंह, गुरूद्वारा बाबा बुडडा साहिब झबाल और अन्य कई गुरूद्वारा साहिब में भी देखने को मिला। पाठी भाई शिवदेव सिंह और भाई हरपाल सिंह की अध्यक्षता में पाठी सिंहों ने धरना दिया। उन्होंने कहा कि समय-समय पर शिरोमणि कमेटी के अधिकारियों और प्रबंधकों से मुलाकात करके मांगपत्र दिए जाते रहे है। परंतु किसी ने भी उनकी मांगों पर ध्यान नही दिया। आज पहले से ही र्निधारित कार्यक्रम के मुताबिक 250 से अधिक पाठी सिंहों द्वारा प्रदर्शन किया गया।
शिरोमणि कमेटी के प्रबंधों के अधीन श्री दरबार साहिब परिसर में आज अचानक अलग नजारा देखने को मिला, जब कई दशकों से अधिकार प्राप्त करने की मांग को लेकर अखंड पाठी सिंह हड़ताल पर गए। प्रबंंधकों के देखते ही श्री गुरू ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ साहिब के भोग डाले जरूर किंतु नए अखंड पाठ साहिब आरंभ नहीं हो सकें क्योंकि अखंड पाठी सिंहों ने अपनी धर्म सेवा निभाने से स्पष्ट इंकार कर दिया। सुखासन साहिब पर अखंड पाठ साहिब आरंभ हित जान वाले श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप को रोकने के लिए बकायदा मानव श्रृंखला बना दी गई। प्रबंधकों की चुनौती के कारण कुल 40 अखंड पाठों में से सिर्फ 17 ही आरंभ हो सकें।
इस कार्य के लिए दूसरे कुछ गुरूद्वारों से ग्रंथी सिंह मंगवाएं गए। हड़पाल पर बैठे अखंड पाठी सिंहों द्वारा बातचीत करने के लिए कमेटी के कार्यकारिणी सदस्य स. राम सिंह, धर्म प्रचार कमेटी सदस्य अजायब सिंह अभियासी, स. जिंद्र सिंह मेहता और पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे और कमेटी प्रधान कृपाल सिंह बडूंगर के निजी सचिव स. अवतार सिंह ने मौके पर पहुंचकर अखंड पाठी सिंहों द्वारा भाई अंग्रेज सिंह, भाई शिव देव सिंह, भाई प्रताप सिंह आदि पर आधारित 11 सदस्यी कमेटी की करीब ढाई घंटे बातचीत हुई, जिसके उपरांत अखंड पाठी सिंहों द्वारा कमेटी को फरवरी 2016 में दी गई मांगपत्र पर दर्ज मांगों का मुददा उठाया और कमेटी सदस्यों ने भी भरोसा दिया।
बाद दोपहर करीब डेढ़ बजे अखंड पाठी साहिबानों ने मांगे माने जाने की खुशी में गुरूद्वारा बाबा गुरबख्श सिंह शहीद में अरदास की। उधर पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री दरबार साहिब के मैनेजर स. सुलखन सिंह बगाली ने बताया कि हड़ताल के कारण जिन स्थानों पर अखंड पाठ साहिब शुरू नहीं हुए वहां एक एक अगस्त को शुरू हो जाएंगे।
– सुनीलराय कामरेड